मोबाइल युग की चुनौती में मोबाइल लाइब्रेरी बनेगी ज्ञान आधार
किताबें दोस्त होती हैं, किताबें ज्ञान का भंडार हैं लेकिन यह दोस्त अबइंटरनेट, सोशल मीडिया, फेसबुक, ऑनलाइन गेम्स पर हाथ आजमाने वालों से दूर होती जा रही हैं

नई दिल्ली। किताबें दोस्त होती हैं, किताबें ज्ञान का भंडार हैं लेकिन यह दोस्त अबइंटरनेट, सोशल मीडिया, फेसबुक, ऑनलाइन गेम्स पर हाथ आजमाने वालों से दूर होती जा रही हैं। बच्चों की किताबों में रुचि बरकरार रहे इसकी कोशिशें भी अब शुरू हो गई है। इसी प्रयास में दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी नेघर-घर दस्तक, घर-घर पुस्तक योजना के अंतर्गत कई मोबाइल लाइब्रेरी सड़कों पर उतार दी हैं।
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन आने वाली दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी देश की प्रतिष्ठित व पुरानी लाइब्रेरी में एक है और यह अपने सदस्य नागरिकों को पढ़ने के लिए पुस्तकें उपलब्ध कराती है। बच्चे, युवा एवं वरिष्ठ नागरिक लाइब्रेरी से अपनी पसंद की पुस्तकें लाइब्रेरी के फोनव मेल पर सूचना भेज कर के जहां मंगवा सकते हैं। वहीं व्यवस्था यह भी है कि जो वरिष्ठ नागरिक लाइब्रेरी तक नहीं आ सकते हैं पुस्तकालय सहायक उनके घर पर पुस्तक उपलब्ध कराएंगे। पढ़ने के बाद वे पुस्तक वापिस ले लेंगे।
लेकिन समाज के विभिन्न वर्गों में किताबों की दुनिया को पहुंचाने के लिए अब दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी ने मोबाइल लाइब्रेरी शुरू करते हुए करीबन दो दर्जन स्थानों पर पुस्तकों के भंडार को पहुंचाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इन स्थानों में कड़कड़डूमा, मयूर विहार, शकरपुर, मुखर्जी नगर, मॉडल टाउन, मजलिस पार्क, ईस्ट गोकुलपुर,अशोक नगर ,मानसरोवर पार्क, अशोक विहार, गुरु तेग बहादुर एंक्लेव, यमुना विहार, कमला नगर, शक्ति नगर,कालकाजी एक्सटेंशन, रोहिणी के विभिन्न सेक्टर में व वसंत कुंज, सुभाष नगर, मायापुरी, मोतिया खान, आरामबाग, पंडारा रोड, मानसरोवर गार्डन, टैगोर गार्डन, विशाखा एंक्लेव, शकूरबस्ती, आर के पुरम सेक्टर 3 व 4, शाहबाद डेरी, पश्चिम विहार, कापसहेड़ा, बिजवासन, घेवरा, नजफगढ़, नेहरु विहार, मुखर्जी नगर सहित कई स्थानों पर इन मोबाइल लाइब्रेरी को शुरू किया है।
दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी की अपनी लाइब्रेरी भी कई स्थानों पर है। इसमें पीतमपुरा पुलिस लाइंस, पीटीएस मालवीय नगर, नीमड़ी कॉलोनी, पीटीएस झड़ौदा कला, ईएसआई खेड़ा खुर्द, दुर्गा वाली सेवा संस्थान, अशोक विहार, विनय मार्ग सिक्योरिटी लाइंस, तिहाड़ जेल, किशनगंज, चंद्रशेखर आजाद कॉलोनी, लव एंड केयर ओखला, घोंडा,जामा मस्जिद पुलिस स्टेशन, बाल शिक्षा सेवा समिति, मयूर विहार, नरेला, श्रम अपार्टमेंट नारी निकेतन जेल रोड, मंडोली जेल, हर्ष विहार, सुर साधना केंद्र शक्ति नगर आदि शामिल हैं। यहां पर सुबह 9:30 से 6:00 बजे तक बच्चे बुजुर्गों युवा जाकर अपनी रुचि के अनुसार पुस्तकें लेकर पढ़ सकते हैं। किताबो से सभी दोस्ती कर ज्ञान, विज्ञान व मनोरंजन के सरोवर में डुबकी लगाएं इसके लिए मोबाइल युग में अब मोबाइल लाइब्रेरी कारगर साबित होंगी यह उम्मीद जरूर की जा सकती है।


