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एमएनएफ और जेडपीएम स्वतंत्र होने का दावा करते हैं, पर भाजपा के लिए वे ही 'प्रवेशद्वार' हैं : सोनिया गांधी

मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए एक सप्ताह से भी कम समय बचा है, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को पूर्वोत्तर राज्य के लोगों से उनकी पार्टी को वोट करने की अपील की।

एमएनएफ और जेडपीएम स्वतंत्र होने का दावा करते हैं, पर भाजपा के लिए वे ही प्रवेशद्वार हैं : सोनिया गांधी
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नई दिल्ली। मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए एक सप्ताह से भी कम समय बचा है, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को पूर्वोत्तर राज्य के लोगों से उनकी पार्टी को वोट करने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि एमएनएफ और जेडपीएम, जो स्वतंत्र होने का दावा करते हैं, पर वे वास्तव में राज्य में भाजपा के लिए प्रवेशद्वार हैं।

सोनिया गांधी ने एक वीडियो बयान में मिजोरम के अपने दौरों को याद करते हुए कहा : "आप सभी जानते हैं कि मुझे यकीन है कि मिजोरम मेरे दिल में बहुत ही विशेष स्थान रखता है। मैंने हाल के वर्षों में कई बार इस राज्‍य का दौरा किया है। आपके रीति-रिवाज और संस्कृति, सुंदरता और आपकी भूमि की समृद्धि ने मुझ पर गहरी छाप छोड़ी है। मैं आपकी गर्मजोशी और स्नेह को कभी नहीं भूली हूं।"

उन्‍होंने कहा, "मुझे 30 जून, 1986 को ऐतिहासिक मिज़ो शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद अपने परिवार के साथ की हुई यात्रा बहुत शिद्दत से याद है। इस समझौते को हर साल रेमना नी के रूप में मनाया जाता है।"

केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "आज मिजोरम, पूर्वोत्तर और पूरे भारत में भाजपा और आरएसएस की मनमानी के कारण लोकतंत्र खतरे में है।"

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस न तो देश की विविधता, न लोकतंत्र और न ही लोगों से संवाद को महत्व देते हैं। वे सिर्फ अपने एजेंडे पर चलतेेऔर अपना स्‍वार्स्‍थ साधने के लिए काम करते हैं।

सोनिया ने कहा, "वे पूरे भारत में एकरूपता लागू करना चाहते हैं। संसद में भाजपा ऐसे कानूनों को लागू करती है जो आदिवासियों के उनकी भूमि और जंगलों के अधिकारों को कमजोर करते हैं और मिजोरम के संसद सदस्य को बोलने की अनुमति भी नहीं देते हैं। मणिपुर में भाजपा ने समाज को बुरी तरह से विभाजित कर दिया है।"

उन्होंने कहा, "कष्ट के छह महीने बीत गए, लेकिन शांति और सुलह की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया। प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप हैं और उन्होंने कुछ घंटों के लिए भी मणिपुर का दौरा करना उचित नहीं समझा।"

मिजोरम की सत्तारूढ़ एमएनएफ और जेडपीएम के बारे में उन्होंने कहा, वे खुद को स्वतंत्र बताते हैं। लेकिन क्या वे वास्तव में हैं स्वतंत्र? नहीं, मेरा मानना है कि वे ही मिजोरम में भाजपा के लिए प्रवेशद्वार हैं। कांग्रेस पार्टी कभी भी भाजपा के साथ समझौता नहीं करेगी।"

सोनिया गांधी ने कहा कि केवल कांग्रेस ही मिजोरम के विकास, यहां के लोगों के सशक्तिकरण और समाज के सबसे कमजोर लोगों की सुरक्षा की गारंटी दे सकती है।

उनहोंने कहा, "सरकार में हमारा ट्रैक रिकॉर्ड दिखाता है कि हम अपनी गारंटी पूरी करते हैं - जैसा कि आपने कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल में देखा है। लेकिन सबसे बढ़कर कि हम भारत के संविधान के अनुच्छेद 371-जी में निहित मिज़ो जीवनशैली की सुरक्षा के लिए खड़े हैं, जो राजीव गांधी की विरासत है।”

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि वह विशेष रूप से मिजोरम के युवाओं और महिलाओं से व्यक्तिगत अपील कर रही हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा, "यह प्रयोगों का समय नहीं है। कृपया कांग्रेस को वोट दें, अनुभव का हाथ और सुरक्षा का हाथ। मिजोरम में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए कांग्रेस पार्टी को वोट करें।"

40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए 7 नवंबर को मतदान होना है। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।


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