मांगों को लेकर 25 व 28 को कलेक्टोरेट घेरेंगे विधायक
स्थानीय पुराना सर्किट हाऊस में विधायक डा. विमल चोपड़ा ने पत्रकारवार्ता में बताया कि वन विभाग भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका है

महासमुंद। स्थानीय पुराना सर्किट हाऊस में विधायक डा. विमल चोपड़ा ने पत्रकारवार्ता में बताया कि वन विभाग भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका है।
इन समस्याओं को लेकर 28 मई को जिला मुख्यालय में धरना देकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा एवं समस्याओं के हल हेतु कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान लक्ष्मीकांत तिवारी, गाोविंद ठाकुर, कीर्ति बघेल, रमाकांत धु्रव, सुखदेव मालेकर, अर्जुन साहू, रवि निर्मलकर, राजेंद्र घाड़गे, पोषण निर्मलकर, चम्मन पटेल उपस्थित थे।कुमकी हाथी पिछले 5 महीनों से अधिकारियों के लिए लाभ का सौदा बने हुए है।
ये काले हाथी ना होकर सफेद हाथी बने हुए हैं जिन पर लाखों खर्च के बाद भी जंगली हाथियों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। वन विभाग का अमला सुस्त पड़ा है और अब तो पटाखे, मशाल और कर्मचारियों की व्यवस्था से ही उसने अपने आप को लगभग अलग सा कर लिया है।
लाखों खर्च कर लाए गए कुमकी हाथी, किसी काम के नहीं रहे और उनके प्रशिक्षण के नाम पर विभाग जेब भरने में मस्त है। एक-दो हाथी के गले में वीडियो कॉलर लगाने से क्या होगा जबकि हाथी अनेक दलों में बंटते जा रहे हैं वनाधिकारियों की हास्यास्पद योजना के विरोध में 22 मई को बोरिद के पासिद जलाशय पर एकत्रित होकर ग्रामीण कुमकी हाथियों को भगाएंगे।
इसी समस्या को लेकर 25 मई को जिला मुख्यालय मेंं धरना देकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि बारनयापारा से विस्थापित ग्रामों की दुर्दशा पर सरकारी अमले का कोई ध्यान नहीं है।
विस्थापित ग्रामीण सरकारी झांसे में आकर अपनी जमीन छोड़ने को तैयार हो गये और आज उस पल को कोस रहे है, जब वन विभाग के अधिकारियों के झांसे में आकर उन्होंने यह निर्णय लिया था। पांच एकड़ जमीन का वादा कर जमीन तो दी गई, परंतु वह भी बंजर जमीन।
राजस्व अमले द्वारा इस वर्ष 6-4 के लिए बनाई गई रिपोर्ट के अनुसार फसल का नुकसान 80 प्रतिशत हुआ है जो-जो भयावह है अनेक लोगों को 100 प्रतिशत फसल का नुकसान हुआ है जिसके कारण उनके सामने जीवन यापन की समस्या आन पड़ी है।


