पुलिस के शिकंजे में विधायक का भाई
उन्नाव में एक युवती से गैंगरेप एवं उसके पिता की जेल में हुई संदिग्ध मौत के बाद योगी सरकार पर आरोपी विधायक की गिरफ्तारी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है

उन्नाव/लखनऊ। उन्नाव में एक युवती से गैंगरेप एवं उसके पिता की जेल में हुई संदिग्ध मौत के बाद योगी सरकार पर आरोपी विधायक की गिरफ्तारी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मामले के खुलसे के लिए सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) को मामले के खुलासे की जिम्मेदारी सौंपी है, एसआईटी इस मामले में आरोपी विधायक सहित लगभग आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
इस मामले में आरोपी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की भी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। दूसरी ओर भाजपा विधायक ने पूरे मामले में खुद को निर्दोष करार देते हुए इसे उनकी राजनीतिक हत्या किए जाने की साजिश करार दिया है। इस बीच पीड़िता के पिता की मौत के बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह साफ हो गया है कि मृतक की मौत अत्याधिक पिटाई के कारण हुई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया, पीड़िता के पिता सुरेन्द्र सिंह उर्फ पप्पू की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसकी मृत्यु गहरा आघात लगने से हुई। इसके अलावा मृत्यु के पीछे कई अन्य चिकित्सीय कारण थे। जेल जाने से पहले पीड़ित के शरीर पर पिटाई के 14 जख्म थे। इस बीच उन्नाव के मुख्य चिकित्साधिकारी एस पी चौधरी ने कहा कि पप्पू को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया था। उसकी आंत फटी हुई थी और संक्रमण की वजह उसकी मृत्यु का कारक बनी।
आरोपों की जांच के लिए समिति गठित
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक आनंद कुमार ने यहां बताया कि पीड़ित के परिजनों द्वारा विधायक पर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी के गठन के निर्देश दिए गए हैं। मेरे नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन पहले ही किया जा चुका है और मामले की तहकीकात की जा रही है। हम इस तथ्य की भी जांच करेंगे कि मामले में स्थानीय पुलिस किसी के प्रभाव में काम कर रही थी।


