राजस्थान में किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का मिला जुला असर
राजस्थान में कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का शुरुआत में मिला जुला असर देखने को मिल रहा हैं

जयपुर। राजस्थान में कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का शुरुआत में मिला जुला असर देखने को मिल रहा हैं। राजधानी जयपुर में सुबह दस बजे तक लगभग सभी गतिविधियां सामान्य नजर आई और दस बजे के बाद शहर के कई बाजारों में दुकानें बंद रही तो कुछ दुकाने खुली भी देखी गई। हालांकि रोडवेज की बसे बंद में नजर नहीं आई।
जयपुर के सांगानेर, प्रताप नगर, टोंक रोड, गोपालपुरा, महेश नगर, टोंक फाटक, रामबाग सर्किल सहित कई जगहों पर सुबह से ही कई दुकाने खुली इनमें ज्यादातर चाय-नाश्ते, किराना, मेडिकल स्टोर, दूध की डेयरी आदि शामिल हैं।
जयपुर में सूरजपोल, चांदपोल एवं कुकरखेड़ा अनाज मंडियां बंद रही। वहीं, प्रदेश की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी मुहाना टर्मिनल बंद रही। जनता बाजार सब्जी मंडी फूल मंडी और जयपुर में रोड पर स्थित दूध मंडी में सन्नाटा पसरा नजर आया। इसके अलावा दूध मंडियों में भी बंद का असर नजर आया।
बंद का समर्थन कर रही कांग्रेस पार्टी के नेता एवं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास किसानों के समर्थन में बंद को सफल बनाने के लिए सिविल लाइंस स्थित अपने आवास से ट्रैक्टर पर बैठकर निकले और बाजारों में लोगों से दुकाने बंद कर बंद को सफल बनाने की अपील की। इस दौरान कई दर्जन कांग्रेस कार्यकर्ता उनके साथ पैदल रैली के रुप में चल रहे थे। खाचरियावास सिविल लाइंस, सोडाला एवं न्यू सांगानेर रोड़ होते हुए वापस सिविल लाइंस आकर अपनी रैली को समाप्त किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता जय जवान, जय किसान, हम किसानों के साथ है के नारे लगा रहे थे। जयपुर के अलावा जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर सहित राज्य के अन्य जिलों में भी बंद का मिला जुला असर देखने को मिला।


