जौनपुर में शायर मिर्जा गालिब का 220वां जन्मदिन मनाया गया
उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरावां स्थित लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी एवं लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने मशहूर शायर मिर्जा असदुल्लाह खां ‘गालिब’ का 220वां

जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरावां स्थित लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी एवं लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने मशहूर शायर मिर्जा असदुल्लाह खां ‘गालिब’ का 220वां जन्मदिन मनाया।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती एवं अगरबत्ती जलायी और दो मिनट का मौन रखकर शायर-ए-आजम मिर्जा गालिब को अपनी श्रद्धांजलि दी।
शहीद स्मारक पर मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि देश के मशहूर शायर मिर्जा असदुल्लाह खां ‘गालिब’ का जन्म 27 दिसम्बर 1797 को उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में हुआ था।
आगरा शहर के बाजार सीताराम की गली कासिम जान में स्थित हवेली में गालिब ने अपनी जिन्दगी का लम्बा सफर व्यतीत किया। इस हवेली को संग्रहालय का रूप दे दिया गया है, जहां पर गालिब का कलाम भी देखने का मिलता है।
उन्होंने कहा कि उर्दू फारसी अदब के अजीम शायर मिर्जा गालिब को लोग प्यार से मिर्जा नौसा के नाम से पुकारते थे। श्री गालिब ने दिल्ली में रहकर 1857 की क्रान्ति देखी, मुगलबादशाह बहादुर शाह जफर का पतन देखा, अग्रेजों का उत्थान और देश की जनता पर उनके जुल्म को भी अपनी आंखों से देखे थे।


