पर्यावरण मंत्रालय साढ़े पांच लाख युवकाें का कौशल विकास करेगा
पर्यावरण के संरक्षण के लिए कुशल कार्यबल की बढ़ती मांग के मद्देनजर अगले तीन वर्षाें में साढ़े पांच लाख से ज्यादा युवकों को पर्यावरण से जुड़े काम में प्रशिक्षित करके उनका कौशल विकास किया जाएगा।

नयी दिल्ली। केंद्रीय वन ,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री हर्षवर्द्धन ने आज कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए कुशल कार्यबल की बढ़ती मांग के मद्देनजर अगले तीन वर्षाें में साढ़े पांच लाख से ज्यादा युवकों को पर्यावरण से जुड़े काम में प्रशिक्षित करके उनका कौशल विकास किया जाएगा।
डां हर्षवर्धन ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मंत्रालय ‘हरित काैशल विकास कार्यक्रम’के तहत वर्ष 2021 तक पांच लाख 60000 युवकों को प्रशिक्षित करेगा।
उन्होंने बताया कि 2018-19 में 80000, 2019-20 में एक लाख 60000,और 2020-21 में तीन लाख 20हजार युवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि देश भर में स्थित 57 प्रशिक्षण केंद्रों पर सबसे पहले प्रशिक्षकों को खास प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उसके बाद ये प्रशिक्षक इन युवकों का कौशल विकास करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या इन युवकों को रोजगार की भी गारंटी दी जाएगी ,डा हर्षवर्द्धन ने कहा कि रोजगार के लिए कोई संस्थागत व्यवस्था तो नहीं है लेकिन पर्यावरण क्षेत्र की बढ़ती जरूरतों के मद्देनजर ये सहायक तंत्र के रूप में काम करेंगे।
मंत्रालय के सचिव सी के मिश्रा ने कहा कि बाजार की मांग और रोजगार को ध्यान में रखकर यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जैव विविधता संरक्षण तथा विभिन्न मशीनों के अापरेटरों जैसे कामों के लिए युवकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।


