मंत्रियों को अपने कार्यों पर आत्मचिंतन की जरूरत : प्रियांक खड़गे
कर्नाटक में उपमुख्यमंत्री के अधिक पदों के सृजन की मांग पर आईटी और बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है

बेंगलुरु। कर्नाटक में उपमुख्यमंत्री के अधिक पदों के सृजन की मांग पर आईटी और बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्रियों को आत्मचिंतन करना चाहिए कि उन्होंने लोकसभा चुनावों में कितनी कुशलता से काम किया।
पत्रकारों से बात करते हुए प्रियांक खड़गे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को उम्मीद से चार सीटें कम मिली हैं।
उन्होंने कहा कि जिन मंत्रियों ने जिम्मेदारियां ली थीं, उन्हें अपने प्रदर्शन पर आत्मचिंतन करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, "जो लोग उपमुख्यमंत्री पद चाहते हैं, उन्हें पार्टी हाईकमान या कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के समक्ष अपनी मांग रखनी चाहिए। मीडिया उन्हें उपमुख्यमंत्री नहीं बनाएगा। उनकी मांग हास्यास्पद है।"
उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "मुख्यमंत्री को छोड़कर सभी मंत्रियों को उपमुख्यमंत्री बना दिया जाए, तब सभी समुदायों को उचित प्रतिनिधित्व मिल जाएगा।"
उपमुख्यमंत्री के और अधिक पदों के सृजन पर बहस रविवार को उस समय छिड़ गई, जब सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने बयान दिया कि वे उपमुख्यमंत्री के अधिक पदों के सृजन की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा, "यदि नेताओं की उपेक्षा की जाएगी, तो विभिन्न संप्रदायाें के सदस्यों का पार्टी से भरोसा उठ जाएगा। यदि सत्ता एक वर्ग के पास होगी, तो अन्य लोग अलग-थलग पड़ जाएंगे।"
मंत्री राजन्ना कांग्रेस पार्टी में लिंगायत, एससी, एसटी और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं के लिए उपमुख्यमंत्री पद की मांग कर रहे हैं।


