बसपा से निष्कासित हुए पूर्व मंत्री विनोद सिंह
उतर प्रदेश में सुल्तानपुर के लंभुआ विधान सभा से पूर्व विधायक एवं मंत्री विनोद सिंह को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निकाल दिया गया है

सुलतानपर। उतर प्रदेश में सुल्तानपुर के लंभुआ विधान सभा से पूर्व विधायक एवं मंत्री विनोद सिंह को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निकाल दिया गया है।
सिंह उतर प्रदेश में उप चुनाव के दौरान व्यक्तिगत व्यस्तता बताकर पार्टी से विरत हो गए। इस दौरान वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क में रहे। इसकी त्रिस्तरीय जांच के बाद शनिवार को उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया।
पार्टी जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश गौतम ने रविवार को यहॉं ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि जो लोग पार्टी को चारागाह समझते है उनका यही हश्र होगा। बहुजन समाज पार्टी में रहना है तो कार्यकताओ का सम्मान करना होगा। धनबल पर कार्यकर्ता काम नही करेगा।
उन्होंने बताया कि सुल्तानपुर के बसपा सरकार में पर्यटन मंत्री रहे विनोद सिंह को मनमानी करने और अनुशासनहीनता पर कई बार चेतावनी दी गयी लेकिन वह पार्टी विरोधी गतिविधयों में लगकर तानाशाही रवैया अपनाये हुए थे।
पिछले दिनों प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव के दौरान वह व्यक्तिगत व्यस्तता बताकर भाजपा के शीर्ष लोगो के संपर्क में बने रहे, जब वहॉ कोई महत्व और जगह नहीं मिली और पार्टी का गठबंधन सुना तो फिर बसपा में वापस आ गए।
जांच रिपोर्ट पर विचार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने श्री सिंह को निष्काषित करने का निर्देश दिया। जिस पर कल उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया।


