कांग्रेस ने संतों को राज्यमंत्री का दर्जा मिलने पर मप्र सरकार पर लगाया आरोप
कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया ने आज आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश सरकार ने उसके भ्रष्टाचार की पोल खोलने से रोकने के लिए तुष्टिकरण के प्रयास के तहत पाँच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है।

नयी दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया ने आज आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश सरकार ने उसके भ्रष्टाचार की पोल खोलने से रोकने के लिए तुष्टिकरण के प्रयास के तहत पाँच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है।
भूरिया ने यहाँ संसद परिसर में इस संबंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में कहा “संतों ने जब कहा कि वे सरकार के साढ़े छह-सात करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले हैं तो सरकार ने उनका मुँह बंद करने के लिए उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया है। लेकिन, वे तो संत हैं। संतों को कोई लालच नहीं होता और इसलिए मुझे विश्वास है कि वे चुप रहने वाले नहीं हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संतों ने साढ़े छह-सात करोड़ रुपये के वृक्षारोपण के सरकार के दावों की पोल खोलने की बात कही थी।
उन्होंने कहा था कि वे वृक्षारोपण के स्थानों पर जाकर सरकार के दावों का सर्वेक्षण करेंगे।अपनी कलई खुलती देख सरकार ने तुष्टिकरण के तहत पाँच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है।
भूरिया ने इसे चुनावी लाभ लेने की कोशिश बताया और कहा कि संतों की बात जनता तक पहुँच चुकी है तथा अब यह दबने वाली नहीं है।


