मंत्री ने संसद में की गलत बयानी
केंद्र में विधि एवं न्याय तथा सूचना प्रौद्योगिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज एक बार फिर कहा है कि आधार कार्ड से जुड़ी सूचनाओं में सेंधमारी के मामले में किसी के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है

- जयशंकर गुप्त
नई दिल्ली। केंद्र में विधि एवं न्याय तथा सूचना प्रौद्योगिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज एक बार फिर कहा है कि आधार कार्ड से जुड़ी सूचनाओं में सेंधमारी के मामले में किसी के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। श्री प्रसाद ने आज राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के सदस्य नीरज शेखर के सवाल के जवाब में कहा कि इस मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (साइबर सेल) ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
गौतलब है कि आधार कार्ड में दर्ज गोपनीय सूचनाओं में सेंध मारी का रहस्योद्घाटन करते हुए ट्रिब्यून की पत्रकार रचना खैरा ने अपने अखबार में लिखा था कि करोड़ों लोगों से जुड़ी सूचनाएं महज पांच सौ रूपए देकर प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने साइबर अपराध से जुड़े एक शख्स से यह आंकड़े एकत्र भी किए थे। उनकी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए यूआईडीएआई ने सुश्री खैरा के विरुद्ध ही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (साइबर सेल) के पास नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसको लेकर सरकार की भद पिटते और इस पुलिसिया कार्रवाई के विरुद्ध चंडीगढ़, दिल्ली और देष के अन्य हिस्सों में भी पत्रकारों एवं पत्रकार संगठनों के भारी विरोध को देख रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि इस मामले में किसी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई है। आज इस बात को प्रसाद ने राज्यसभा में भी प्रश्नकाल के दौरान अपने जवाब में दोहराया।
हालांकि इस मामले में पांंच जनवरी को आधार अधिनियम 2016 के अनुच्छेद 36-37 के उल्लंघन से संबंधित मामले में दर्ज प्राथमिकी में अनिल कुमार, सुनील कुमार, राज और ट्रिब्यून (चंडीगढ़) की रचना खैरा एवं अन्य अज्ञात लोगों के नाम हैं। नीरज शेखर ने प्राथमिकी की प्रति दिखाते हुए कहा है कि मंत्री महोदय ने बाहर ही नहीं बल्कि सदन के भीतर भी गलत बयान की है। उनके विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का मामला भी बन सकता है।


