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मंत्री ने रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन के छात्रों को टैबलेट व स्मार्टफोन बांटे

जीआईएस, एआई/एमएल जैसी तकनीक से उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पाने में मिलेगी मदद

मंत्री ने रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन के छात्रों को टैबलेट व स्मार्टफोन बांटे
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत रिमोट सेंसिंग अप्लीकेशन सेंटर यूपी के एम.टेक के छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किये। इसी दौरान मंत्री ने छात्रों के लिए एआई और एमएल की व्याख्यान श्रृंखला का भी शुभारंभ किया।

बतौर मुख्य अतिथि इस कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने छात्रों से देश के विकास के लिए लैपटॉप व स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल सशक्तिकरण के महत्व को ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से पीजी डिप्लोमा, कौशल विकास, पैरामेडिकल और नर्सिंग शिक्षा के छात्रों को टैबलेट वितरित किए जा रहे हैं। मंत्री ने रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर (आरएसएसी) उत्तर प्रदेश के वैज्ञानिकों व छात्रों

की तरफ से कृषि, मृदा जल संरक्षण, भू-संसाधन, ग्रामीण और शहरी नियोजन के लिए पोर्टल विकसित करने में योगदान की सराहना की। उत्तर प्रदेश सरकार में प्रमुख सचिव और आरएसएसी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष आईएएस नरेंद्र भूषण ने कहा कि जीआईएस और एआई/एमएल जैसे क्षेत्रों में नई तकनीक से उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में बहुत मदद मिलेगी।

वरिष्ठ आईएएस नरेंद्र भूषण ने आरएससी उत्तर प्रदेश में छात्रों को जीआईएस, एआई, एमएल और 5जी जैसी उभरती प्रौद्योगिकी में शिक्षा दिए जाने की दिशा में प्रयास करने पर विशेष जोर दिया।

उन्होंने कहा कि इन उभरती प्रौद्योगिकी से छात्रों के योगदान से विकसित भारत-2047 के प्रधानमंत्री के विजन को प्राप्त करने में बहुत मदद मिलेगी। नरेंद्र भूषण ने आरएसएस यूपी के एम.टेक के छात्रों और और प्रशिक्षुओं से बातचीत की।

कार्यक्रम में आरएसएसी- यूपी के निदेशक डा. पी कुंवर ने छात्रों से देश के विकास के लिए रिमोट सेंसिंग तकनीक का उपयोग करने का आग्रह किया और प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन की दिशा में आरएसएसी-यूपी के कार्यों के बारे में विस्तार से बताया।

इस अवसर पर स्कूल ऑफ जियो इंफॉर्मेटिक्स के प्रमुख डॉ सुधाकर शुक्ला ने आरएसएसी-यूपी द्वारा चलाए जा रहे रिमोट सेंसिंग और जीआईएस में एम.टेक के क्रिया-कलापों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान निर्देशक सीएसटी डॉ अनिल यादव, सभी संकाय के सदस्य आरएसएसी-यूपी के वैज्ञानिक और एम.टेक के छात्र उपस्थित रहे।


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