बेखौफ खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से रौंदा, घटनास्थल पर हुई मौत
हरियाणा के नूंह जिले में मंगलवार को खनन माफियाओं ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह पर डंपर चढ़ा दिया

नूंह। हरियाणा के नूंह जिले में मंगलवार को खनन माफियाओं ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह पर डंपर चढ़ा दिया। डीएसपी यहां छापा मारने आए थे। हालांकि, उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश में आसपास के कई गांवों को घेर लिया। पुलिस और डीएसपी की हत्या में शामिल खनन माफिया के बीच पंचगांव की पहाड़ी पर किले पर मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में डंपर के क्लीनर इकरार के पैर में गोली लगी।
पुलिस ने इकरार को गिरफ्तार कर लिया। उसे नूंह के नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उधर डीएसपी सुरेंद्र सिंह का दोपहर बाद नूंह अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया। उनकी बॉडी हिसार स्थित उनके पैतृक गांव सारंगपुर ले जाई जाएगी। डीएसपी सुरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके पैतृक गांव सारंगपुर में ही किया जाएगा। तावड़ू पुलिस को पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन की सूचना मिली थी। डीएसपी सुरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहाड़ी पर रेड मारने पहुंचे थे। पहाड़ी पर उन्हें पत्थर ले जाते वाहन मिले, जिसे उन्होंने रोकना शुरू कर दिया। इसी बीच माफियाओं ने डीएसपी पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया। घटना की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में अफसर और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
3 महीने बाद होने वाले थे सेवानिवृत
डीएसपी सुरेंद्र सिंह हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे। वे 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में एएसआई के पद पर भर्ती हुए थे। पुलिस से अब 31 अक्टूबर को उनकी सेवानिवृत्ति होनी थी। बताया गया है कि अवैध खनन रोकने गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने अपनी गाड़ी अड़ा कर वहां से गुजर रहे डंपर को रोका था। इसके बाद गाड़ी से नीचे उतरे तो डंपर ने उनको कुचल दिया। मंगलवार दोपहर सवा 12 बजे हुई इस वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इस बीच सीएम मनोहर लाल ने घटना की जानकारी ली। साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। खट्टर ने सुरेंद्र सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी देने की घोषणा की है।
अरावली पर हो रहा अवैध खनन
तावड़ू क्षेत्र में अरावली की पहाड़ियों पर बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा था। प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए 3 जून को ही उपमंडल स्तर पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को भी कमान दी गई थी।


