वाराणसी में गंगा दशहरा पर लाखों ने लगायी आस्था की डुबकी
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में आज गंगा दशहरा पर यहां आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा

वाराणसी। उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में आज गंगा दशहरा पर यहां आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। मंगल कामनाओं के साथ लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी लगायी।
गंगा अवतरण के पावन पर्व पर स्नान, पूजा-पाठ एवं दान के लिए तड़के करीब चार बजे से शुरू हुआ श्रद्धालुओं के आने सिलसिला दिनभर जारी रहा। समुचित सुरक्षा के बीच वाराणसी एवं दूर-दराज से आये लोगों ने पाप मुक्ति एवं मोक्ष की प्रप्ति की कामना के साथ गंगा स्नान किये।
ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट, असि घाट, शीतला घाट, राजेंद्र घाट, राज घाट, अहिल्या बाई घाट, मान मंदिर घाट, पंच गंगा आदि घाटों पर अधिक भीड़ उमड़ी। हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा स्थान एवं पूजा के बाद विश्व प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर बाबा भोले का दर्शन-पूजन किये। दशाश्वमेध घाट एवं शीतला घाट के आसपास श्रद्धालुओं की लंबी कतारें सुबह से ही देखी गईं।
दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से 51 लीटर दूध से मां गंगा का अभिषेक किया गया। स्वामी नारायण तीर्थ वेद विद्यालय एवं जागृति फाउंडेशन की ओर से असि घाट पर दुग्धाभिषेक किया गया। बहुत से श्रद्धालुओं ने पूजा-पाठ के बाद जौ, तिल आदि दान देकर पुण्य कमाया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर समेत कई प्रमुख मंदिरों में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे।
यहां के प्रमुख गंगा घाटों पर विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं की ओर से देर शाम अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गंगा स्नान एवं पूजन के दौरान किसी अप्रिये घटना की सूचना नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि घाटों तक पहुंचने के प्रमुख रास्तों पर बैरिकेडिंग के अलावा पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किये गए हैं। कई प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। घाटों पर गंगा नदी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। जल पुलिस के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का दल सुरक्षा निगरानी कर रहे हैं।


