प्रवासी भारतीय दिवस : हम पासपोर्ट का रंग नहीं देखते, खून का रिश्ता देखते हैं - मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार भारत में नौकरी चाहने वाले युवाओं के लिए शीघ्र ही एक कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करेगी।

विदेश में नौकरी चाहने वाले भारतीयों के लिए कौशल कार्यक्रम : प्रधानमंत्री
बेंगलुरू, 8 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार भारत में नौकरी चाहने वाले युवाओं के लिए शीघ्र ही एक कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करेगी।
प्रवासी भारतीय दिवस 2017 में प्रधानमंत्री ने कहा,
"हम विदेश में नौकरी चाहने वाले युवाओं के लिए शीघ्र ही 'प्रवासी कौशल विकास योजना' शुरू करेंगे।"
मोदी ने एक पीआईओ (भारतीय मूल का व्यक्ति) कार्ड दिखाते हुए कहा कि जहां तक किसी भी व्यक्ति के भारत के संबंध का सवाल है, यह कार्ड पासपोर्ट की जगह लेगा।
प्रवासी दिवस में जुटी भारी भीड़ से मोदी ने कहा,
"हम पासपोर्ट का रंग नहीं देखते, खून का रिश्ता देखते हैं।"
महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बारे में मोदी ने कहा कि यह दिन भारत के एक महानतम प्रवासी के लौटने का दिन है।
उन्होंने साथ ही कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता 'ब्रेन ड्रेन' को 'ब्रेन गेम' में बदलना है।
मोदी ने कहा,
"एनआरआई और पीआईओ ने उल्लेखनीय योगदान दिए हैं। इनमें बड़े कद के नेता, ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक, उत्कृष्ट डॉक्टर, प्रतिभाशाली शिक्षाविद्, अर्थशास्त्री, पत्रकार, संगीतकार, इंजीनियर, बैंकर और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ शामिल हैं।"


