10 मीटर से चलकर 21 मीटर ऊंचे एलिवेटेड ट्रेक पर चली मेट्रो ट्रेन
नोएडा, ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट पर मंगलवार को एक्वा मेट्रो ने दो बाधाओं को दूर किया।

नोएडा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट पर मंगलवार को एक्वा मेट्रो ने दो बाधाओं को दूर किया। पहली बाधा जमीन से 21 मीटर ऊंचे एलिवेटेड पर चलना व दूसरा घहरे मोड़ पर मुड़ना।
सफलता मिलने पर एनएमआरसी व डीएमआरसी अधिकारियों ने खुशी जाहिर की। दरअसल, मंगलवार को एक्वा लाइन का टेस्ट ड्राइव किया गया। अधिकारियों ने भी मेट्रो की सवारी की। इस दौरान मेट्रो ट्रेन ने एक किलोमीटर का सफर तय किया। इसमें दो बड़ी चुनौतियां थी। पहली 10 मीटर एलिवेटेड ट्रेक से मेट्रो का संचालन कर उसे 21 मीटर की ऊंचाई पर बने एलिवेटेड ट्रेक तक ले जाना था। उस दौरान ट्रेन की स्पीड क्या होगी साथ ही कोई तकनीकी कमी न हो। लिहाजा टेस्ट ड्राइव के दौरान मेट्रो संचालन बिल्कुल सही रहा।
कंट्रोल सिस्टम भी पूरी तरह से काम किया। वहीं, दूसरी बाधा ट्रेक पर बने मोड़ है। पूरा ट्रेक करीब 29.7 किलोमीटर लंबा है। पूरे रूट पर करीब 47 मोड़ है। लेकिन सबसे गहरा मोड़ परीचौक पर बना है। औपचारिक ट्रायल के दौरान मेट्रो ट्रेन यहा से गुजारी जाएगी। फिलहाल मंगलवार को ग्रेटर नोएडा डीपो से दूसरे स्टेशन तक बने मोड़ से मेट्रो को गुजारा गया।
यहा भी तकनीकी रूप से कोई खामी नहीं देखी गई। नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अटल कुमार राय ने बताया कि तकनीकी रूप से इन दोनों बिंदुओं पर मेट्रो ट्रेन के संचालन देखना काफी महत्वपूर्ण था। दरअसल, पूरे ट्रेक पर सबसे ऊंचा ट्रेक यही है। साथ ही पूरे ट्रेक पर कई मोड़ भी है। लिहाजा इन दोनों स्थानों पर मेट्रो का संचालन कर तकनीकी पक्ष की जांच की गई।


