द्वारका-नजफगढ़ ग्रे लाइन पर मेट्रो सेवा अगले हफ्ते
बाहरी दिल्ली के नजफगढ़ क्षेत्र को द्वारका उप शहर से जोड़ने वाला दिल्ली मेट्रो का द्वारका-नजफगढ़ कॉरिडोर बनकर पूरा हो चुका

नयी दिल्ली। बाहरी दिल्ली के नजफगढ़ क्षेत्र को द्वारका उप शहर से जोड़ने वाला दिल्ली मेट्रो का द्वारका-नजफगढ़ कॉरिडोर बनकर पूरा हो चुका है और अगले हफ्ते से आम लोगों के लिए इस पर मेट्रो ट्रेन की सेवा शुरू हो जाएगी।
गुरुवार को संरक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग ने इस लाइन को सुरक्षा मंजूरी का प्रमाणपत्र जारी कर दिया था।
दिल्ली मेट्रो के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल(जनसंपर्क) ने यहां द्वारका स्टेशन पर संवाददाताओं को बताया कि इस कॉरिडोर की लंबाई 4.29 किलोमीटर है और इसे मिलाकर अब दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की लंबाई बढ़कर 377 किलोमीटर हो गयी है। उन्होंने बताया कि इस कॉरिडोर में 2.75 किलोमीटर एलिवेटिड तथा 1.54 किलोमीटर भूमिगत (अंडरग्राउंड) मार्ग है। इस कॉरिडोर में द्वारका, नंगली और नजफगढ़ तीन स्टेशन हैं।
इस कॉरिडोर पर द्वारका से ट्रेनों को बदलने की सुविधा है और यह स्टैंडर्ड गेज लाइन है और इसे ग्रे लाइन के नाम से जाना जाएगा।
उन्होंने बताया कि अब दिल्ली मेट्रेा का विस्तृत नेटवर्क हो गया है और स्टेशनों की संख्या बढ़कर 274 हो गई है तथा कुल मिलाकर 336 ट्रेन दिल्लीवासियों की सेवा कर रही है। इस कॉरिडोर का काम चार वर्षों में पूरा हुआ है और इस लाइन पर काम करना मेट्रो इंजीनियरों के लिए काफी चुनौती भरा रहा है। यहां बहुत आबादी है इसलिए कईं स्थानों पर यातायात सुचारू रूप से जारी रखने के लिए मेट्रो ने सड़कों पर मार्शल भी नियुक्त किए थे।
कुमार ने बताया कि ग्रे लाइन पर सोलर पावर का इस्तेमाल सामान्य कार्याें के लिए किया जाएगा लेकिन ट्रेनों का परिचालन बिजली से ही होगा। फिलहाल इस लाइन पर साढ़े सात मिनट में एक ट्रेन चलाई जाएगी और यहां के लिए कुल तीन ट्रेनों को परिचालन के लिए लगाया गया है तथा एक अन्य बाद में आएगी।
उन्होंने कहा कि मेट्रो में भी अब प्लास्टिक पर प्रतिबंध लागू हो जाएगा तथा मेट्रो स्टेशनों पर सभी आऊटलेट में यह नियम लागू रहेगा ।


