राज्य सहकारी बैंक में होगा जिला सहकारी बैंकों का विलय
छत्तीसगढ़ सरकार ने जिला सहकारी बैंकों का संविलियन राज्य सहकारी बैंक में करने का निर्णय लिया है

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने जिला सहकारी बैंकों का संविलियन राज्य सहकारी बैंक में करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में राज्य के सभी सहकारी बैंकों को पुनर्गठित कर बड़ा राज्य सहकारी बैंक बनाने का का सैद्धांतिक निर्णय लिया गया।
इस निर्णय के तहत प्रदेश के सभी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों का संविलियन राज्य सहकारी बैंक (अपेक्स बैंक) में किया जाएगा।
डॉ. सिंह ने राज्य के इस निर्णय को खासकर किसानों के हित में बताते हुए कहा कि राज्य सरकार के इस निर्णय से किसानों और ग्राहकों को व्यापक लाभ होगा।
किसानों के ऋणों पर ब्याज दरों में 1.5 से 2 प्रतिशत तक कमी आएगी।
इसका सीधा लाभ राज्य सरकार को ब्याज अनुदान में 40 से 50 करोड़ रूपए की वार्षिक बचत के रूप में होगा। किसानों से ली जाने वाली अंशपूंजी की राशि में भी 5 प्रतिशत तक कमी लाई जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि इससे किसानों को आधुनिकतम बैंकिंग सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों में ही प्राप्त हो सकेंगी। एटीएम और माइक्रो एटीएम सेवाओं का विस्तार संभव हो सकेगा।
सहकारी बैंकों के किसान राज्य भर में स्थित किसी भी शाखा से अपने खातों में लेन-देन कर सकेंगे। उन्हें जल्द ही मोबाईल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिग जैसी सुविधाएं दी जा सकेंगी।
डॉ. सिंह ने कहा कि संविलयन के बाद बैंक की कार्यशील पूंजी 10 हजार करोड़ रूपए से भी अधिक होगी। बैंक के पास किसानों को ऋण वितरण के लिए अधिक धनराशि उपलब्ध होगी।
इसके अलावा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) से सस्ती दर पर अधिक पुर्नवित्त सुविधा प्राप्त होगी। शासकीय अमानतें भी सहकारी बैंक को प्राप्त होने लगेगी।
जिन क्षेत्रों में नई शाखा खोलने की जरूरत है, वहां ज्यादा संख्या में नई शाखाएं खोली जा सकेंगी। मध्यकालीन और दीर्घकालीन ऋण वितरण में भी तेजी आएगी।


