पुरानी पेंशन बहाली के लिए मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल के नाम सौंपा गया ज्ञापन
उक्त परिपेक्ष्य में बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में संघ के जिलाध्यक्ष रमेश नेगी के नेतृत्व में अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता एवं अनुविभागीय अधिकारी महेश राजपूत को ज्ञापन सौंपा गया

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ अंशदायी पेेशन कर्मचारी कल्याण संघ एनएमओपीएस (नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम) की प्रांतीय आव्हान पर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के निर्देशन में राज्य के समस्त 28 जिलों में राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर एवं अनुविभागीय स्तर पर एस.डी.एम. के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया।
उक्त परिपेक्ष्य में बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में संघ के जिलाध्यक्ष रमेश नेगी के नेतृत्व में अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता एवं अनुविभागीय अधिकारी महेश राजपूत को ज्ञापन सौंपा गया। समस्त विभाग के पेंशन विहिन कर्मचारी अधिकारियों द्वारा नवीन पेंशन योजना (एनपीएस) को बंद कर पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) लागू करने के लिए मांग किया गया। शेयर बाजार पर आधारित वर्तमान योजना से कर्मचारियों को काफी नुकसान हो रहा है। जिस समय जो बाजार भाव होता है उसी अनुरूप जमा राशि का भुगतान होता है।
कुल जमा राशि में से 40 प्रतिशत राशि पर 6 प्रतिशत सालाना दर से पेंशन भुगतान होता है। जिसका महज 700, 800, 1500 एवं 2000 तक पेंशन निर्धारण होता है। जबकि पुरानी पेेंशन योजना में अंतिम मूल वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन तय होता था, जिसमं समय-समय पर राज्य व केन्द्र सरकार के द्वारा देयक राशि भी पेंशनधारियों को मिलता था। इससे कर्मचारियों के परिवार की सुरक्षा व्यवस्था कायम थी। वर्तमान पेंशन योजना कर्मचारियों के लिए बेहद कष्टकारी है।
कर्मचारियों ने चुनावी घोषणा पत्र में उल्लेखित ओपीएस लागू करने के वादे को पूर्ण करने का शासन से आव्हान किया। राज्य में कार्यरत लगभग 2.85 लाख एनपीएस/सीपीएस के समस्त कर्मचारियों के लिए तत्काल पुरानी पेंशन योजना लागू कर कर्मचारियों के बुढ़ापे एवं परिवार को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का आव्हान किया। शेयर बाजार में लुटाये जा रहे प्रदेश के 8514 करोड़ रूपये लगभग सालाना को प्रदेश में रखकर जनकल्याणकारी योजना में उपयोग कर राज्य के अतिरिक्त कर्ज को कम करने हेतु सुझाव दिया गया।
जिले के कसडोल विकासखंड मुख्यालय में भी पेंशन विहिन कर्मचारियों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। कोविड गाईड लाईन का पालन करते हुए ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख चेतन बघेल, मुन्ना लाल मनहरे, जागेन्द्र पुरेना, रमेश नेगी, लोकनाथ सेन, नीलकंड साहू, श्रीमती रजनी साहू, भानमती बघेल, ईश्वरी साहू, प्रीतम वर्मा शामिल थे।


