आर्मी चीफ से मिलीं महबूबा मुफ्ती
महबूबा ने दिल्ली में बिपिन रावत से मुलाकात कर नौजवानों पर ज्यादती करने वाले जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ ही कहा कि जो समस्या इस वक्त खड़ी है, उसका हल लाठी-डंडो से नही निकाला जा सकता है
जम्मू- कश्मीर। पुलवामा में सुरक्षाबलों और कॉलेज छात्रों के बीच हुई झड़पों में 55 युवा घायल हो गए हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक हिंसा तब भड़की जब सुरक्षाबलों ने पुलवामा के सरकारी कॉलेज में घुसने की कोशिश की। हालांकि पुलिस का कहना है कि जवानों ने कॉलेज के बाहर नाका बनाया था। लेकिन छात्रों ने उनपर पथराव शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई में कई नौजवानों को चोटें आईं. इनमें करीब 1 दर्जन लड़कियां भी शामिल हैं।
हिंसा के दौरान छात्रों ने कॉलेज में भी जमकर तोड़फोड़ की। थोड़ी ही देर में हिंसा पुलवामा के बाकी हिस्सों में भी फैल गईं और मुरान चौक में भी दुकानों को खासा नुकसान पहुंचा है। वहीं आतंकियों ने राजपोरा इलाके के कस्बायर इलाके में फायरिंग की। हमले में 45 साल के पीडीपी वर्कर बशीर अहमद डार और उनके चचेरे भाई अल्ताफ अहमद डार को गोलियां लगी।
दोनों लोगों को गंभीर हालत में पुलवामा अस्पताल ले जाया गया. बशीर को डॉक्टरों ने फौरन मृत घोषित कर दिया. जबकि अल्ताफ श्रीनगर के अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दिल्ली में आर्मी चीफ बिपिन रावत से मुलाकात कर नौजवानों पर ज्यादती करने वाले जवानों और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की साथ ही उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो समस्या इस वक्त खड़ी है, उसका हल लाठी-डंडो से नहीं निकाला जा सकता है। घाटी में शांति केवल लोगों का दिल जीतकर ही वापस लाई जा सकती है...महबूबा मुफ्ती की मांग पर बिपिन रावत ने भरोसा दिलाया कि वो जल्द ही इस मामले में कुछ करेंगे।




