महापौर पानी में कुर्सी डाल धरने पर बैठे
नगर निगम के साथ ही जिला प्रशासन के अफसर आज उस वक्त सकते में आ गए, जबकि महापौर सड़क पर जमा बरसाती पानी के बीच कुर्सी डालकर धरने पर बैठ गए

भोपाल। नगर निगम के साथ ही जिला प्रशासन के अफसर आज उस वक्त सकते में आ गए, जबकि महापौर सड़क पर जमा बरसाती पानी के बीच कुर्सी डालकर धरने पर बैठ गए। इसकी जानकारी लगते ही संभागायुक्त और कलेक्टर मौके पर पहुंचे और महापौर से चर्चा की। इसके बाद महापौर धरने से उठे।
दरअसल बीती रात से लगातार हो रही बारिश के चलते शहर के कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई थी। इसके मद्देनजर महापौर आलोक शर्मा आज सुबह ही फतेहगढ़ स्थित नगर निगम के नियंत्रण कक्ष पहुंचे गए थे। यहां उन्होंने स्वयं दूरभाष पर आने वाली शिकायतों को सुना और निगम के अमले को उनका त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। इस बीच महापौर को पुराने शहर के भोपाल टाकीज चौराहे से बाल विहार और सेफिया कॉलेज मार्ग पर जलभराव होने के कारण इस मार्ग का संपर्क टूटने और इस क्षेत्र के घरों में पानी घुसने की जानकारी मिली। इस पर वे अपर आयुक्त एमपी सिंह के साथ स्थिति का जायजा लेने मौके पर पहुंच गए। लेकिन जैसे ही वे यहां पहुंचे तो क्षेत्रीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने महापौर को घेरकर उन्हें खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया।
लोगों का कहना था कि हर साल बारिश में यहां कई मर्तबा ऐसी स्थिति बनती है और महापौर स्वयं इससे अवगत हैं, बावजूद इसके इस समस्या का अब तक निराकरण नहीं हो सका है। लोगों के इस आक्रोश को देखते हुए महापौर श्री शर्मा ने लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के अधिकारियों से चर्चा की। चूंकि उक्त सड़क उक्त लोनिवि की है और यहां सड़क के साथ ही नाले की पुलिया का निर्माण भी उसकी जिम्मेदारी है। लेकिन उक्त अधिकारियों ने महापौर को गोल-मोल जवाब देकर गुमराह करने की कोशिश की तो महापौर भड़क गए और सड़क पर जमा पानी के बीच कुर्सी लगाकर धरने पर बैठ गए। इसकी जानकारी लगते ही संभागायुक्त कविन्द्र कियावत और कलेक्टर डॉॅ. सुदामा खाड़े मौके पर पहुंचे और महापौर से चर्चा की। इसके बाद महापौर धरने से उठ गए।
2 साल में भी नहीं बनाई पुलिया
दरअसल 8 एवं 9 जुलाई 2016 को शहर में हुई भारी बारिश सह शहर के हालात बिगड़ गए थे, चूंकि बारिश से कई क्षेत्र जलमग्न हो गए थे और बाढ़ के हालात बन गए थे। यह स्थिति भविष्य में न बने इसके मद्देनजर 24 अगस्त 2016 को लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में शहर के नरेला क्षेत्र के विधायक और सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग, महापौर आलोक शर्मा, सांसद आलोक संजर, विधायक आरिफ अकील और रामेश्वर शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अफसर शामिल हुए थे। इस बैठक में विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पर चर्चा के साथ ही उसके निराकरण के निर्देश लोक निर्माण मंत्री ने दिए थे। इस दौरान महापौर श्री शर्मा ने सेफिया कॉलेज मार्ग की स्थिति रखी थी। इस पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अखिलेश अग्रवाल ने आश्वासन दिया था कि 4 महीनों में न सिर्फ उक्त सड़क बल्कि शहर में लोनिवि के जिम्मेदारी वाली समूची 391 किलोमीटर की सड़कों को गड्ढों और समस्या रहित कर दिया जाएगा, लेकिन आज लगभग दो साल बाद भी सेफिया कॉलेज मार्ग की पुलिया का निर्माण नहीं किया गया। इस पर आज महापौर भड़क गए थे।


