वेंटीलेटर पर मायावती का ड्रीम अस्पताल
मायावती के ड्रीम परियोजना में शामिल सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल खुद वेंटिलेटर पर जाता दिख रहा है

नोएडा। मायावती के ड्रीम परियोजना में शामिल सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल खुद वेंटिलेटर पर जाता दिख रहा है। पहले इसका नाम बदला गया। इसे संयुक्त जिला अस्पताल बना दिया गया। संविदा कर्मचारियों का कांट्रेक्ट नहीं बढ़ाया गया।
अस्पताल में दवाईयों की निरंतर होती कमी। पैथोलॉजी लैब में खराब मशीनों के बाद अब शनिवार को प्राधिकरण ने यहा खराब पंखो व एसी को बदलने के लिए आए हुए नए उपकरणों के अलावा अपना संविदा कर्मचारियों का पूरा स्टॉफ भी हटा लिया है।
जिसने अस्पताल प्रबंधन की चिंता को और बढ़ा दिया है। दरअसल, प्राधिकरण ने शासन को स्पष्ट कहा था कि नए वित्तीय वर्ष से वह अस्पताल का खर्चा नहीं उठा सकता। प्राधिकरण प्रतिमाह करीब 5 करोड़ रुपए अस्पताल पर खर्च करता है। इसमे दवाईयों, सैलरी से लेकर अस्पताल का मैनटेनेंस शामिल है। वित्तीय बजट में स्थान नहीं देने पर अब अस्पताल की हालत गंभीर होती दिख रही है।
हाल ही में अस्पताल में पंखे, एसी व लाइट खराब हो गए थे। इनको बदलने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखा था। मंजूर होने के बाद प्राधिकरण ने ऐसी पंखे व बिजली का अधिकांश सामान अस्पताल भेज दिया। इनको बदलने का काम किया जाना था। लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्त होते ही शनिवार को प्राधिकरण ने यहा बिजली का सारा सामान उठा लिया।
अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर अजय अग्रवाल ने बताया कि सामान वापस जाने से अस्पताल में काफी गंभीर समस्या खड़ी हो जाएंगी। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि जिला अस्पताल में पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी में मशीनों, कम्प्यूटर समेत अधिकतर सामान प्राधिकरण के द्वारा भेजा गया है। अब जिला अस्पताल में इन मशीनों को लेकर भी असमंजस का माहौल शुरू हो गया है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक अगर जिला अस्पताल से प्राधिकरण द्वारा लैब मशीनों को ले जाया गया तो इससे जांच इत्यादि असर पड़ेगा।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार अस्पताल में आने वाली सभी दवाएं प्राधिकरण द्वारा भेजी जाती थी। ऐसे में जब तक शासन से पूर्णता मंजूरी नहीं मिल जाती। दवाओं की सप्लाई बाधित होती दिख रही है। डॉक्टर अजेय अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल के सभी वार्डो में सेंट्रलाइज एसी लगे हुए है। जिसके चलते मरीजों को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना होगा। वहीं अस्पताल को लेकर शासन से अभी वार्ता चल रही है।


