मायावती ने भाई आनंद कुमार को बनाया बसपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भतीजे आकाश को दी बड़ी जिम्मेदारी
बसपा सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद कुमार को एक बार फिर पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है

लखनऊ । लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत में धांधली का आरोप लगाते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि ‘एक देश एक चुनाव’ का पाखंड बार बार चुनाव में गड़बड़ी करके जीतने से बचने का प्रयास है।
पार्टी के राज्य कार्यालय में आयोजित अखिल भारतीय बैठक में सुश्री मायावती ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने ईवीएम के जरिये लोकतंत्र और जनमत को हाईजैक करने का प्रयास किया और उसमें सफलता भी हासिल की। इसी कड़ी में अब सत्तारूढ़ दल ने ’एक देश, एक चुनाव’ का नया पाखण्ड शुरू किया है। वास्तव में यह चुनावी धांधलियों पर पर्दा डालने और बार-बार चुनाव में गड़बड़ी करके जीतने से बचने का प्रयास है। अगर देश में लोकसभा एवं विधानसभा का आमचुनाव एक बार में एक साथ होगा तो फिर एक ही धांधली में भाजपा का षड़यंत्र सफल हो जाएगा और देश विपक्ष-मुक्त होकर जातिवाद के अंधकार युग में चला जाएगा।
उन्होने कहा कि भाजपा की जीत में अगर धांधली आदि नहीं है और उसे भारी जनमत प्राप्त है तो फिर पार्टी समय- समय पर जनता के बीच जाने से क्यों डरती है तथा बैलेट पेपर से चुनाव कराने की व्यवस्था से क्यों कतरा रही है। भाजपा की जीत के पीछे ईवीएम की धांधली और भारी षड़यंत्र काम कर रहा है तथा दाल में काफी कुछ काला है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों से आए बसपा कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने प्रदेशों मे ईवीएम में गड़बड़ी के प्रति जन आशंकाओं को बैठक में रखा और इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि ईवीएम पूरी तरह से भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इशारे पर कैसे काम कर रही है। साथ ही, चुनाव आयोग ने जिस प्रकार से हर स्तर पर भाजपा और मोदी के आगे घुटने टेके हैं उससे भी चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खडे होने लगे हैं। देश की संवैधानिक संस्थाओं को इसका समाधान जरूर ढूढ़ना होगा।
उन्होने कहा कि सभी राज्यों से एक ही आवाज़ आई है कि भाजपा के पक्ष में जो एकतरफा चुनाव परिणाम आये हैं वे अप्रत्याशित और जनपेक्षा के विपरीत है, जो बिना किसी सुनियोजित गड़बड़ी तथा धांधली के संभव ही नहीं है। इसीलिए ईवीएम को हटाकार दुनिया के अन्य देशों की तरह ही बैलेट पेपर से चुनाव अपने देश में भी कराया जाना चाहिए। सभी प्रमुख विपक्षी दल ईवीएम के बजाए बैलेट पेपर से चुनाव कराने पर एकमत हैं, लेकिन भाजपा और चुनाव आयोग इसके खिलाफ हैं जिससे देश में बेचैनी है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर भाजपा जनता के इस माँग की परवाह नहीं करती है और ईवीएम से ही चुनाव कराने पर अड़ी रहती है तो आने वाले उपचुनाव व चुनावों के लिए पार्टी के लोगों को उसी के हिसाब से तैयारी करनी है और ईवीएम की गड़बड़ियों का हर प्रकार से डट कर मुकाबला करने के लिए तैयार रहना है।
उन्होंने पार्टी संगठन की मजबूती तथा सन् 2007 की तरह भाईचारा के आधार पर जनाधार को व्यापक बनाने पर जोर दिया। पार्टी संगठन का काम, जो लोकसभा चुनाव के कारण रूक गया था, उसे गति प्रदान करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए तथा अखिल भारतीय बैठक के बाद विभिन्न राज्यों की अलग-अलग बैठक करके उन्हें आगे की तैयारी व संगठन में आवश्यक फेरबदल के निर्देश दिए। विधानसभा आमचुनाव वाले राज्य खासकर हरियाणा व महाराष्ट्र के लिए अलग से बैठक में काफी विस्तार से चर्चा की गई।
सुश्री मायावती जी ने इस अवसर पर बी.एस.पी. के नवनिर्वाचित सांसदों को निर्देश दिया कि वे व्यापक जनहित व देशहित के मामलों पर संसद में अपनी सार्थक भूमिका निभायें और साथ ही अपने-अपने क्षेत्र की जनता की सेवा में कोई कोर-कसर ना छोडे। जनता की सच्ची सेवा को अपनी असली धर्म समझें। यही निर्देश उन्होंने पार्टी विधायकों को भी दिया।


