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युवक की मौत पर जिला अस्पताल में हंगामा

जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान हुए मौत पर मृतक युवक के परिजनों व एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया।

युवक की मौत पर जिला अस्पताल में हंगामा
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बिलासपुर। जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान हुए मौत पर मृतक युवक के परिजनों व एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। जिला अस्पताल में 2 घंटे तक आज गहमागहमी रही। वहीं युवक के परिजन पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराने की मांग करते रहे। जिसके चलते शाम तक मृतक के परिजनों का अस्पताल प्रबंधन व डाक्टरों से विवाद होता रहा।

आज युवक की मौत की खबर लगते ही एनएसयूआई के छात्र नेता जिला अस्पताल पहुंच गये व इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर उत्पात मचाया। हंगामे की सूचना मिलते ही तारबाहर पुलिस पहुंची लेकिन उग्र युवकों को शांत नहीं करा पाई। वहीं सिविल सर्जन थाना प्रभारी पर निष्क्रिय होने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से टीआई की शिकायत की। युवक की शराब सेवन से तबीयत बिगड़ने के बाद दो दिनों तक उसे घर में रखने के बाद आज सुबह अस्पताल में लाए गए, युवक की मौत हो गई इसके बाद भड़के परिजनों ने अस्पताल कर्मियों और डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया।

सरकंडा थाना क्षेत्र के चिंगराजपारा निवासी विकास सागर पिता रामसागर 25 वर्ष ने होली के दिन छककर शराब पी थी। शराब पीने के बाद युवक घर में दो दिनों तक बिना खाए पीए सोता रहा इससे उसकी तबीयत और बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ने पर आज सुबह ही उसे जिला अस्पताल के केजुअल्टी वार्ड में भर्ती कराया गया था। जहां 1 बजे उपचार के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। युवक की मौत हो जाने पर परिजनों ने डॉक्टर तथा अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

जिला अस्पताल में आज युवक के मौत की खबर लगते ही एनएसयूआई के छात्रनेता भी जिला अस्पताल पहुंच गये उसके बाद छात्रसंघ ने भी परिजनों के साथ डाक्टर व अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए 2 घंटे तक अस्पताल में हंगामा मचाया। इसके बाद माहौल गरमाने पर अस्पताल प्रबंधन ने तारबाहर पुलिस को सूचना दी इस दौरान नगर सैनिक के जवान भी अस्पताल में उपस्थित थे, जिससे अस्पताल में आज भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस द्वारा एनएसयूआई के छात्रनेता व परिजनों को बार-बार समझाईश दी गई फिर भी छात्रनेता उग्र हो गये और युवक की मौत पर लापरवाही का आरोप लगाते रहे।

जिला अस्पताल में युवक की मौत के बाद एनएसयूआई के छात्रों ने उत्पात मचाया। तब तारबाहर थाना प्रभारी बी एस निषाद पुलिस बल के साथ वहां मौजूद थे। लेकिन उग्र छात्रों को वो रोक नहीं पा रहे थे। तब सिविल सर्जन डा. एस एस बाजपेयी ने पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव को फोन कर टीआई द्वारा निष्क्रियता दिखाने की शिकायत की। इस पर एसपी ने आश्वासन दिया। तत्पश्चात थाना प्रभारी सिविल सर्जन के कक्ष में आये और झूठा आरोप लगाने की बात कहकर सिविल सर्जन से उलझ गये।


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