Top
Begin typing your search above and press return to search.

आर्थिक आँकड़ों और वैश्विक संकेतों से तय होगी बाजार की दिशा

सेंसेक्स और निफ्टी में बीते सप्ताह एक प्रतिशत से अधिक की तेजी के बाद आने वाले सप्ताह में घरेलू शेयर बाजार का रुख घरेलू स्तर पर जारी होने वाले वृहद आर्थिक आँकड़ों के साथ वैश्विक हलचलों पर भी निर्भर करेगा।

आर्थिक आँकड़ों और वैश्विक संकेतों से तय होगी बाजार की दिशा
X

मुंबई। सेंसेक्स और निफ्टी में बीते सप्ताह एक प्रतिशत से अधिक की तेजी के बाद आने वाले सप्ताह में घरेलू शेयर बाजार का रुख घरेलू स्तर पर जारी होने वाले वृहद आर्थिक आँकड़ों के साथ वैश्विक हलचलों पर भी निर्भर करेगा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ ही आईटी और टेक क्षेत्र की दिग्गज कंपिनयों में हुई लिवाली से गत सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी तो बढ़त में बंद होने में कामयाब रहे, लेकिन मझौली और छोटी कंपनियों के सूचकांक मिडकैप और स्मॉलकैप में साप्ताहिक गिरावट देखी गई।

आने वाले सप्ताह में घरेलू स्तर पर थोक और खुदरा महँगाई के साथ ही आयात-निर्यात के आँकड़े भी जारी होने हैं। वहीं, वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में रही हलचल का असर घरेलू बाजारों पर भी दिखेगा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समिति की दो दिवसीय बैठक मंगलवार को शुरू हो रही है। अर्थव्यवस्था को लेकर समिति के आकलन का असर पूरी दुनिया के शेयर बाजारों पर होगा।

समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई का सेंसेक्स 497.37 अंक यानी 1.30 प्रतिशत चढ़कर सप्ताहांत पर 38,854.55 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 130.80 अंक यानी 1.15 प्रतिशत मजबूत होकर 11,464.45 अंक पर पहुँच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 11.62 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त का इसमें काफी योगदान रहा। दोनों प्रमुख सूचकांकों में मंगलवार और बुधवार को गिरावट रही जबकि शेष तीन कारोबारी दिवसों पर इनमें तेजी देखी गई।

मझौली और छोटी कंपनियों के सूचकांकों में पहले तीन दिन गिरावट और अंतिम दो दिन बढ़त दर्ज की गई। बीएसई का मिडकैप सप्ताह के दौरान 157.44 अंक यानी 1.06 प्रतिशत लुढ़ककर शुक्रवार को 14,659 अंक पर और स्मॉलकैप 44.70 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,558.27 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियाँ बीते सप्ताह गिरावट में और शेष 10 बढ़त में रहीं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सर्वाधिक 11.62 प्रतिशत का मुनाफा कमाया जबकि भारती एयरटेल को सबसे ज्यादा 6.01 प्रतिशत का नुकसान हुआ।
ऊर्जा तथा तेल एवं गैस क्षेत्र पर दबाव रहने से ओएनजीसी का शेयर 5.84 प्रतिशत लुढ़क गया। एनटीपीसी में 4.91 फीसदी और पावरग्रिड में 0.03 प्रतिशत की गिरावट रही।

बैंकिंग एवं वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों को नुकसान हुआ। एचडीएफसी बैंक का शेयर 3.69 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक का 3.52, बजाज फिनसर्व का 2.35, भारतीय स्टेट बैंक का 1.91, एक्सिस बैंक का 1.80, बजाज फाइनेंस का 1.46, इंडसइंड बैंक का 0.92, आईसीआईसीआई बैंक का 0.71 और एचडीएफसी का 0.10 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट में रहा।

आईटी एवं टेक क्षेत्र की कंपनियों में बढ़त रही। टीसीएस का शेयर 3.67 प्रतिशत, एचसीएल टेक्नोलॉजीज का 2.86, इंफोसिस का 2.84 और टेक महिंद्रा का 2.19 प्रतिशत चढ़ गया।

वाहन निर्माता कंपनियों में सप्ताह के दौरान महिंद्रा एंड महिंद्रा में 2.95 प्रतिशत और मारुति सुजुकी में 0.02 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि बजाज ऑटो का शेयर 1.10 प्रतिशत चढ़ गया। एफएमसीजी कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलिवर में 1.63 प्रतिशत और नेस्ले इंडिया में 0.57 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त रही जबकि आईटीसी का शेयर 1.47 प्रतिशत लुढ़क गया।

अन्य कंपनियों में एशियन पेंट्स में 4.05 प्रतिशत और टाइटन में 0.76 प्रतिशत की तेजी रही जबकि टाटा स्टील का 3.30 फीसदी, एलएंडटी का 2.68 फीसदी, सनफार्मा का 1.35 फीसदी और अल्ट्राटेक सीमेंट का 0.74 फीसदी की गिरावट में रहा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it