उत्तर गुजरात में गैर-गुजरातियों पर हमले की कई घटनाएं
गुजरात के उत्तरी जिले साबरकांठा में बिहार निवासी एक श्रमिक के दुष्कर्म के आरोप में पकड़े जाने के बाद से गैर-गुजराती लोगों पर हमले की कई घटनाएं हुई हैं और इनको लेकर अब तक 150 लोगों को पकड़ा भी गया है

गांधीनगर। गुजरात के उत्तरी जिले साबरकांठा में बिहार निवासी एक श्रमिक के दुष्कर्म के आरोप में पकड़े जाने के बाद से गैर-गुजराती लोगों पर हमले की कई घटनाएं हुई हैं और इनको लेकर अब तक 150 लोगों को पकड़ा भी गया है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि गुजरात का अच्छा नाम खराब करने के लिए कुछ तत्वों की ओर से अंजाम दी जा रही इन घटनाओं को पुलिस बर्दाश्त नहीं करेगी। इस संबंध में कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अब तक 18 मामले दर्ज कर 150 को पकड़ा गया है।
हिंसा प्रभावित ऐसे इलाके जहां बड़ी संख्या में गैर-गुजराती लोग रहते अथवा काम करते हैं, में राज्य रिजर्व पुलिस यानी एसआरपी की 16 से 20 अतिरिक्त कंपनियां भेजी गयी हैं और जरूरत पड़ने पर और भेजी जायेंगी। उन फैक्ट्रियों जहां गैर-गुजराती मजदूर काम करते हैं के आसपास विशेष तौर पर ऐसे समय जब वहां से मजदूर निकलते हैं, पुलिस गश्त बढ़ा दी गयी है।
उन्होंने राज्य की जनता से भी ऐसे तत्वों को पकड़ने में पुलिस की मदद करने की अपील की। श्री झा ने कहा कि सोशल मीडिया पर इस मामले में अफवाह पर रोक के लिए निगरानी और कार्रवाई की जिम्मेदारी अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की साइबर शाखा को दी गयी है।
ज्ञातव्य है कि साबरकांठा के ढुंढर गांव में 14 माह की एक लड़की से गत शनिवार को हुई दुष्कर्म की घटना के मामले में स्थानीय सिरामिक फैक्ट्री में काम करने वाले बिहार निवासी एक मजदूर को पकड़ा गया था। उसके बाद कांग्रेस विधायक और ठाकोर सेना के अध्यक्ष अल्पेश ठाकोर ने इस मामले में कड़ी बयानबाजी की थी।
उक्त फैक्ट्री पर भी हमला हुआ था और गाड़ियों में आग लगा दी गयी थी। बाद में साबरकांठा, महेसाणा, गांधीनगर और अहमदाबाद शहर में भी ठाकोर सेना के कथित समर्थकों ने गैर गुजरातियों के आवास, दुकानों आदि पर हमले किये थे। कल देर रात महेसाणा के नंदासण के इंद्राड गांव में ऐसे ही हमले के दौरान पुलिस को 15 राउंड आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे।


