मनोज कुमार सिंह नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन बने
प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग के प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन बने

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे चुके सीनियर आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह को नोएडा-ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण को चेयरमैन बनाया गया है।
1988 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज पिछले वर्ष से ही मुख्य सचिव पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। मगर, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा को सेवाविस्तार दिए जाने की वजह से वह मुख्य सचिव नहीं बन सके थे।
तभी से मनोज को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त की जिम्मेदारी दिए जाने की उम्मीद व्यक्त की जा रही थी। 28 फरवरी को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद सरकार ने उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंप दी। मनोज कुमार सिंह के पास अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज और उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण की भी जिम्मेदारी है।
मनोज अफसरशाही में मुख्य सचिव के बाद सबसे ताकतवर अफसर के रूप में सामने आए हैं। लंबे समय बाद किसी अधिकारी को कृषि उत्पादन आयुक्त व आईआईडीसी के साथ नोएडा-ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के चेयरमैन की भी जिम्मेदारी एक साथ दी गई है। 2008-09 में मनोज कुमार सिंह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहते हुए अपने कार्य से किसानों व आवंटियों का दिल जीता था।
नरेंद्र भूषण यमुना समेत अन्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के चेयरमैन बने
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में लबे समय तक मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण को ष्षासन ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के साथ उत्तर प्रदेष राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण, गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण, सतहरिया विकास प्राधिकरण का चेयरमैन बनाया है।

नरेंद्र भूषण वर्तमान में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग प्रमुख सचिव भी है। अब माना जा रहा है कि दोनों अधिकारियों का नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के बारे में अच्छी जानकारी है, उनके चेयरमैन बनने से तीनों प्राधिकरणों में विकास को गति मिलेगी।


