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मणिपुर जल रहा है, प्रधानमंत्री मौन हैं : सुनील सिंह यादव

भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के महिला पहलवानों के आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ होने वाले बयान पर राजनीतिक दलों के नेता पलटवार कर रहे हैं

मणिपुर जल रहा है, प्रधानमंत्री मौन हैं : सुनील सिंह यादव
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लखनऊ। भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के महिला पहलवानों के आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ होने वाले बयान पर राजनीतिक दलों के नेता पलटवार कर रहे हैं।

समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता सुनील सिंह यादव ने भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से पूछा कि क्या कांग्रेस पार्टी में शामिल होना देशद्रोह है?

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “विनेश और बजरंग ने कांग्रेस में शामिल होकर देशद्रोह किया है क्या? क्या कांग्रेस में शामिल होना देशद्रोह है? देशद्रोह तो मणिपुर में हो रहा है। मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन हैं। मणिपुर में लोगों पर रॉकेट लॉन्चर से हमला हुआ, प्रधानमंत्री मौन हैं। प्रधानमंत्री के बारे में टीवी, अखबार, सोशल मीडिया पर यूक्रेन का युद्ध बंद के कराने को लेकर खूब खबरें चल रही थीं। अब उनसे अपने ही राष्ट्र में एक राज्य का झगड़ा नहीं बंद हो पा रहा है। प्रधानमंत्री अपनी नाकामी मत छिपाइए, अपने आप को राष्ट्रवादी कहते हैं तो उस नींद से जागिए। पीएम मोदी मणिपुर की तरफ ध्यान दीजिए। अपने ही राष्ट्र का अपना ही राज्य है, उस पर कब जागेंगे आप?”

इसके बाद उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि अनुच्छेद 370 को घाटी में अब कोई लागू नहीं कर सकता। इस पर उन्होंने कहा, “अमित शाह देश के असली मुद्दों पर बात नहीं कर रहे हैं। महंगाई पर, बेरोजगारी पर, संविधान पर, आरक्षण पर, मुसलमानों के उत्पीड़न पर, इस पर बात नहीं कर रहे हैं। देश की सरकार की ज़िम्मेदारी है कि देश के असल मुद्दों पर बात करें।

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र (घोषणा पत्र) जारी करने के बाद कहा था, “मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर में अब किसी भी कीमत पर अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं किया जाएगा, चाहे कुछ भी हो जाए। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद आतंकवाद की कमर टूटी है। अब अगर किसी भी राजनीतिक दल ने यहां सत्ता में आने पर इसे बहाल करने की कोशिश की, तो मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि एक बार फिर से घाटी में आतंकवाद को बल मिलेगा।”


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