माणिक सरकार की जीवनशैली को फेसबुक पर किया पोस्ट
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार की जीवनशैली पर फेसबुक पोस्ट को लेकर राजनीतिक गलियारों में आ रही गंभीर प्रतिक्रियाओं पर पार्टी के नेता चुप्पी साधे रहना ही बेहतर समझ रहे हैं

अगरतला| त्रिपुरा के मुख्यमंत्री एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता माणिक सरकार की जीवनशैली पर फेसबुक पोस्ट को लेकर राजनीतिक गलियारों में आ रही गंभीर प्रतिक्रियाओं पर पार्टी के नेता चुप्पी साधे रहना ही बेहतर समझ रहे हैं।
माकपा की कृष्णानगर स्थानीय समिति (अगरतला) द्वारा डाली गयी पोस्ट में कहा गया है कि श्री सरकार अपना पूरा वेतन और भत्ता दान करते है और पार्टी द्वारा दिये गये पांच हजार रुपये से ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं। इसमें कहा गया है कि श्री सरकार पैदल ही सचिवालय आते हैं और उनकी पत्नी एक केंद्रीय अधिकारी थी जो रिक्शे से यात्रा करती हैं।
इस पोस्ट में यह भी लिखा गया है कि श्री सरकार 432 स्क्वॉयर फुट के एक छोटे मकान में रहते हैं जिसकी कीमत 2.20 लाख रुपये हैं। वह अपने कपड़े खुद धोते हैं लेकिन यह बात सच नहीं है।
विपक्षी पार्टियाें ने अपने अभियान में इस मुद्दे को काफी उछाला है और इसे काफी जोर-शोर से प्रचारित कर रही है और श्री सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बिप्लव कुमार देव ने आरोप लगाया कि माकपा ने यह सूचना न सिर्फ फेसबुक पर डाली हैं बल्कि कोलकाता में अपने समर्थकों की मदद से बंगाल के प्रसिद्ध टीवी चैनल और अन्य राष्ट्रीय मीडिया पर भी प्रसारित करा रहे हैं।
श्री देव ने आरोप लगाया, “भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिलते लोगों के समर्थन से त्रिपुरा में माकपा कमजोर हो गयी है और अब वह अपने आखिरी फर्जी विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसमें वह सभी वामपंथियों से श्री सरकार की छवि को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
” उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की जनता और माकपा के सभी कार्यकर्ता श्री सरकार और उनकी पत्नी की जीवनशैली के बारे में परिचित हैं।
श्री सरकार की पत्नी केंद्र सरकार के एक अधिकारी के रूप में कुछ साल पहले सेवानिवृत्त हुई थी और उन्हें पेंशन भी मिल रही है लेकिन वामपंथियों ने उन्हें अचानक एक सामाजिक कार्यकर्ता बना दिया है।
इस अभियान को लेकर श्री सरकार और उनकी पत्नी ने कोई आपत्ति नहीं जताई है। तृणमूल कांग्रेस के विधायक और वरिष्ठ नेता सुदीप रॉय बर्मन ने श्री सरकार से उनके समर्थकों द्वारा चलाये गये अभियान की सत्यता पर स्पष्टीकरण की मांग की है।


