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दुष्कर्मियों पर कार्रवाई नहीं, पीडि़ता ने दी जान

मनेन्द्रगढ़ ! जिला मुख्यालय से लगभग डेढ सौ किलोमीटर दूर भरतपुर विकासखंड के अंर्तगत आने वाले ग्राम पंचायत सेमरिया के एक गांव में दुष्कर्म की शिकार हुई एक नाबालिग ने आत्महत्या कर ली।

दुष्कर्मियों पर कार्रवाई नहीं, पीडि़ता ने दी जान
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मनेन्द्रगढ़ ! जिला मुख्यालय से लगभग डेढ सौ किलोमीटर दूर भरतपुर विकासखंड के अंर्तगत आने वाले ग्राम पंचायत सेमरिया के एक गांव में दुष्कर्म की शिकार हुई एक नाबालिग ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि शिकायत दर्ज करने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से क्षुब्ध होकर उसने यह कदम उठाया।
बीते रविवार को ग्राम पंचायत सेमरिया के एक गांव में रहने वाले एक आदिवासी ग्रामीण के यहां जनकपुर के दो दंबग युवक जबरदस्ती घुसकर नाबालिग का दैहिक शोषण कर रहे थे। युवती की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहंा जमा हो गए और घेराबंदी कर दोनों युवको को पकड़ लिया। देर रात थाने में इसकी सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी पप्पू उर्फ सरफराज पिता नसीम 36 वर्ष व पवन अगरिया पिता स्व. प्रेमलाल 23 वर्ष को हिरासत में ले लिया।
दूसरे दिन नाबालिग युवती के पिता उसे लेकर कुछ ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचे और रात की घटना के बारे में विस्तार से बताया। ग्रामीणों का बयान लेने के बाद पुलिस ने घर जाने को कहा और आरोपियों के विरूद्ध 109 के तहत प्रकरण कायम कर लिया। जबकि ग्रामीणों ने पुलिस को नाबालिग के दैहिक शोषण की बात बताई थी। इधर परिवार की बदनामी व आरोपियों के परिजनों द्वारा केस वापस लेने बनाये जा रहे दबाव से तंग आकर नाबालिग ने गुरूवार को अपने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को फंदे से उतारकर शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। मामले में मीडिया के दखल के बाद पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 376, पास्को एक्ट की धारा 16,17 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों को न्यायालय प्रस्तुत किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।


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