ममता ने वाम शासन के दौरान मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने राज्य में 34 वर्षों के वाम शासन के दौरान मारे गये सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने राज्य में 34 वर्षों के वाम शासन के दौरान मारे गये सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी।
सुश्री बनर्जी ने अपने सोशल नेटवर्किंग पेज पर लिखा, “आज 21 जुलाई को शहीद दिवस है। 26 वर्ष पहले इस दिन पुलिस की गोलीबारी में 13 युवा कार्यकर्ताओं की मौत हाे गई थी। उस समय से हम आज के दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। 34 वर्ष के वाम शासन के दौरान मारे गये सभी शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि।”
सुश्री बनर्जी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “21 जुलाई 1993 को विरोध प्रदर्शन की मुख्य मांग थी ‘आईडी कार्ड नहीं तो मतदान नहीं’। इस वर्ष हमने ‘लोकतंत्र बहाल’ करने का आह्रान किया है और ‘मशीन नहीं, मतपत्र वापस लाओ’ का नारा दिया है। आइए हम शहीद दिवस पर हमारे महान राष्ट्र में लोकतंत्र को बहाल करने के लिए लड़ाई लड़ने की प्रतिज्ञा लें।”
वर्ष 1993 में इस दिन कोलकाता के मेयो रोड पर एक रैली के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 13 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी। ये कार्यकर्ता सुश्री बनर्जी के नेतृत्व में राइटर्स बिल्डिंग की तरफ यह मांग करते हुए मार्च कर रहे कि मतदाताओं के सत्यपान के लिए उनके पहचान पत्र को एकमात्र वैध दस्तावेज बनाया जाए। राइटर्स बिल्डिंग उस समय का राज्य सचिवालय था।
इन 13 राजनीतिक कार्यकर्ताओं और वाम शासन के दौरान मारे गये अन्य लोगों की शहादत को याद करने के लिए सभी जिलों से कोलकाता में लाखों लोग जुटे हैं।


