ममता बनर्जी को दो मई को मिलेगा ‘पूर्व मुख्यमंत्री’ को प्रमाण पत्र: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को आगामी दो मई को ‘पूर्व मुख्यमंत्री’ को प्रमाण पत्र मिलेगा
आसनसोल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को आगामी दो मई को ‘पूर्व मुख्यमंत्री’ को प्रमाण पत्र मिलेगा।
PM Shri @narendramodi addresses public meeting in Asansol, West Bengal.
— BJP (@BJP4India) April 17, 2021
Dial 9345014501 to listen LIVE.#Vote4AsolPoriborton https://t.co/xA0qaa4sGF
पीएम प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के लोगों और केंद्रीय कल्याण योजनाओं के बीच एक दीवार की तरह खड़ी हैं, जो उन्हें लाभ से वंचित करती है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में दीदी (सुश्री बनर्जी) ने जनता को विकास के नाम पर धोखा दिया है। वह विकास के सामने एक दीवार की तरह खड़ी रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “केन्द्र ने पांच लाख रुपये तक के मुफ्त हेल्थकेयर की सुविधा प्रदान की थी। केन्द्र ने शरणार्थियों की मदद के लिए कानून बनाया था जिसका ममता बनर्जी ने विरोध किया।”
उन्होंने कहा कि केन्द्र ने मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक पर कानून बनाया तो भी ममता बनर्जी नाराज हो गयीं। केंद्र ने किसानों को बिचौलियों से मुक्त करने के लिए कानून बनाया, मुख्यमंत्री ने इसका भी विरोध किया।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल राज्य में डबल इंजन की सरकार बनाना चाहता है और राज्य के विकास काे कोई भी नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि आपका वोट राज्य से न केवल तृणमूल को हटाएगा बल्कि बंगाल को माफिया राज से मुक्ति मिलेगी। उन्हाेंने कहा कि यह सब मतदाताओं के वोट की ताकत से मुमकिन है।
उन्होंने कहा, “ बांग्ला नववर्ष के बाद से यह मेरी पहली रैली है। चार चरण के मतदान के बाद तृणमूल कांग्रेस घबरा गई है। दीदी शवों पर राजनीति कर रही है। ”
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग रोजगार के लिए यहां आते थे लेकिन आज यहां के लोग पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि माटी-मानुष की बात करने वाली दीदी ने यहां ‘माफिया राज' फैलाया’ है।
पीएम मोदी ने कहा, “ साइकिल से लेकर रेल, कागज से लेकर स्टील, एल्युमिनियम से लेकर कांच तक पूरे भारत के लोग यहां फैक्ट्रियों में काम करने के लिए आते हैं। एक तरह से आसनसोल मिनी इंडिया है। भारत के सभी क्षेत्रों के लोग यहां देखे जाते हैं, लेकिन बंगाल की सरकारों के कुशासन ने आसनसोल को बहुत बुरी से नजरअंदाज किया है। ”


