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राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद की जगह ले सकते हैं मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस ने चेयरमैन को भेजा नाम

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म होने के बाद पार्टी ने अब नया नाम सोच लिया है

राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद की जगह ले सकते हैं मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस ने चेयरमैन को भेजा नाम
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नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म होने के बाद पार्टी ने अब नया नाम सोच लिया है।

जी हां राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल अब खत्म हो गया है और इसके बाद अब कांग्रेस एक नया खोज रही थी जो आजाद की तरह ही संसद के उच्च सदन में अपनी आवाज बुलंद कर सके। खैर अब पार्टी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता रहे मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा में विपक्ष का नेता नामित करने का फैसला लिया है। जी हां मल्लिकार्जुन खड़गे एक जाना माना नाम और वरिष्ठ नेता हैं। कांग्रेस ने खड़गे का नाम राज्यसभा में नेता विपक्ष के लिए चेयरमैन वेंकैया नायडू को भेज दिया है।

आपको बता दें कि कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम को आगे करके एक दलित चेहरे को भी सामने किया है। कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले दलित नेता खड़गे 2014 से 2019 के बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता रह चुके हैं। साल 1969 से मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े हुए हैं।

जी हां मल्लिकार्जुन खड़गे साल 1969 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। उसके बाद गुलबर्गा के कांग्रेस शहर अध्यक्ष बने। इनका इनका राजनीतिक करियर आगे बढ़ता चला गया और उसके बाद 1972 में पहली बार खड़गे विधायक बने।

साल 2008 तक लगातार वह 9 बार विधायक चुने जाते रहे। फिर 2009 में गुलबर्गा लोकसभा सीट से संसदीय चुनाव में उतरे और जीतकर संसद पहुंचे। इसके बाद खड़गे की राजनीति का केंद्र बिंदु राजधानी दिल्ली हो गई। मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के दौरान खड़गे को अहम मंत्रालय देते हुए रेल, श्रम और रोजगार मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। मौजूदा समय में वे गुलबर्गा से दूसरी बार सांसद हैं।

अब कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन खड़गे के रुप में एक मजबूत नाम को आगे किया है। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की जगह अब कांग्रेस के सबसे वफादार और सोनिया गांधी के करीबी मल्लिकार्जुन खड़गे ले सकते हैं। खास बात ये हैं कि खड्गे खुद गुलाम नबी आजाद के भी काफी करीबी हैं। हर मंच पर इन दोनों कद्दावर नेता को एक साथ देखा गया है।

फिलहाल मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर ही आखिरी मुहर नहीं लगी है और इसका अधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया है।


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