मलयालम सुरपस्टार मोहनलाल और पी. टी. उषा डी.लिट से सम्मानित
केरल के राज्यपाल और कालिकट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पी. सतशिवम ने सोमवार को मलयालम फिल्मों के सुरपस्टार मोहनलाल और खेल जगत की उड़नपरी पी. टी. उषा को डी. लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया

कोझीकोट। केरल के राज्यपाल और कालिकट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पी. सतशिवम ने सोमवार को मलयालम फिल्मों के सुरपस्टार मोहनलाल और खेल जगत की उड़नपरी पी. टी. उषा को डी. लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। मोहनलाल और पी. टी. उषा को यह मानद उपाधि इसकी घोषणा के चार साल बाद प्रदान की गई।
दोनों मशहूर शख्सियतों के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात की सुप्रीम काउंसिल के सदस्य व शारजाह के शासक शेख सुल्तान बिन मोहम्मद अल कासिमी को यह उपाधि सितंबर 2017 में ही दिया जाना था, जब कासिमी राज्य के दौरे पर आए थे।
मगर, कार्यक्रम का स्थल अंतिम समय में यहां से स्थानांतरित कर तिरुवनंतपुरम कर दिया गया था और उस समय सिर्फ आगंतुक शारजाह के शासक को ही उपाधि प्रदान की गई। उसके बाद विश्वविद्यालय की ओर से दोनों दिग्गजों को कोझीकोड में सम्मानित करने का निर्णय लिया गया।
मोहनलाल मलयालम फिल्म उद्योग में करीब चार दशक से अपना दबदबा बनाए हुए हैं।
53 साल की पी.टी. उषा भारतीय रेलवे की कर्मचारी हैं और वह इस समय अपने गृह नगर के पास पी. टी. स्कूल ऑफ एथलेटिक्स चलाती हैं। 16 साल की उम्र में वह सबसे कम उम्र की धावक के तौर पर 1980 में मास्को ओलंपिक्स में शामिल हुई थीं। उन्होंने 1984 में लॉस एंजेलिस और 1988 में सियोल में आयोजित ओलंपिक्स में भी भारत की ओर हिस्सा लिया था। उषा ने अपने कॅरियर में अनेक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं।


