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'ऑपरेशन ब्लूस्टार' दस्तावेजों को किया जाए सार्वजनिक : आप सांसद साहनी

आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब से सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने रविवार को मांग की कि 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' से संबंधित सभी सरकारी दस्तावेजों को गैर-वर्गीकृत किया जाए

ऑपरेशन ब्लूस्टार दस्तावेजों को किया जाए सार्वजनिक : आप सांसद साहनी
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चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब से सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने रविवार को मांग की कि 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' से संबंधित सभी सरकारी दस्तावेजों को गैर-वर्गीकृत किया जाए। प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजे संदेश में साहनी ने उनसे आग्रह किया कि फाइलों को सुलभ बनाया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' अमृतसर में स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए दिवंगत प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी द्वारा आदेशित एक सैन्य कार्रवाई थी।

साहनी मस्कट में फंसी पंजाबी महिलाओं को ओमान से लौटने में मदद कर रहे हैं।

साहनी ने यहां एक बयान में 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' को मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन, हजारों लोगों की नृशंस हत्याओं और हरमंदिर साहिब और सिख धर्म के सर्वोच्च स्थान अकाल तख्त साहिब के पवित्र गर्भगृह को तहस-नहस करने वाला बताया।

साहनी ने कहा कि इस जघन्य अपराध के लिए केवल सच्चाई जानना ही न्याय होगा, जिसके लिए यह जरूरी है कि सभी संबंधित दस्तावेजों को सार्वजनिक किया जाए।

उन्होंने कहा, ऑपरेशन ब्लूस्टार के पीछे की सच्चाई को टालने के लिए उनतालीस साल का लंबा समय है। यह (गोपनीयता हटाना) अनलॉक करने और दोषियों को जिम्मेदार ठहराने का एकमात्र तरीका है।

साहनी ने 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' के बारे में विवरण जारी करने के प्रभाव की संवेदनशीलता पर जोर देते हुए कहा, हम यह नहीं भूल सकते कि 39 साल बीत चुके हैं और जो हुआ उसे भूलना असंभव है, लेकिन दस्तावेजों के सार्वजनिक होने से पवित्र श्री हरमंदिर साहिब में असाधारण सैन्य अभियान के लिए क्या साजिश रची गई, इसकी बेहतर समझ पैदा होगी।

'ऑपरेशन ब्लूस्टार' 1 और 8 जून, 1984 के बीच चलाया गया था, और इसमें कई लोगों की जान चली गई थी और धर्मस्थल और परिसर क्षतिग्रस्त हो गया था।


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