मैनपुरी: प्रधानमंत्री आवासों के आवंटन में शिकायत पर जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी के करहल तहसील में इन्दिरा आवास एवं प्रधानमंत्री आवासों के आवंटन में ग्राम प्रधान द्वारा की गयी धांधली की शिकायत पर दुबारा जांच के आदेश दिये गये हैं।

मैनपुरी। उत्तर प्रदेश में मैनपुरी के करहल तहसील में इन्दिरा आवास एवं प्रधानमंत्री आवासों के आवंटन में ग्राम प्रधान द्वारा की गयी धांधली की शिकायत पर दुबारा जांच के आदेश दिये गये हैं।
अाधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि जिले के करहल तहसील में ग्राम पंचायत हरेर में कराये गये विकास कार्यों में ग्राम प्रधान ने अधिकारियों से सांठगांठ कर इन्दिरा आवास एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में लाखों रूपये का घोटाला किया गया है। इसकी लेखपाल स्तर से जांच करायी गयी थी लेकिन मामला संदिग्ध होने पर उपजिलाधिकारी(एसडीएम) ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर तहसीलदार को इसकी पुन: जांच करने के आदेश दिये।
उन्होने बताया कि भौतिक स्थलीय जांच करने ग्राम पंचायत हरेर पहुंचे तहसीलदार अशोक कुमार सिंह को धांधली एवं अनियमितता की शिकायतें मिलीं। शिकायतकर्ता राजेन्द्र सिंह कठेरिया तहसीलदार के साथ था। जांच में खुद को फंसता देख ग्राम प्रधान ने अपने समर्थकों के साथ तहसीलदार के सामने ही शिकायतकर्ता की पिटाई कर दी।
तहसीलदार सिंह से मिलकर तमाम ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान ने अपात्र अपने सगे भाई को इन्दिरा आवास दे दिया है जबकि उनके पास पक्का मकान पहले से ही है। रोजगार सेवक ने भी प्रधान से साठगांठ कर अपने अपात्र भाई को दो साल के अन्दर एक के नाम प्रधानमन्त्री आवास एवं एक कोे इन्दिरा आवास दे दिया है जबकि पात्र ग्रामीणों कोे इसका लाभ नहीं मिल पाया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सेवक ने अपनी मां सफीरन के नाम कांशीराम आवास भी मैनपुरी में हासिल कर लिया है। । सिंह का कहना है कि ग्राम पंचायत हरेर में आवासों के आवंटन में धांधली हुई है। जांच रिपोर्ट शीघ्र उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।


