जहरीली शराब मामले में मुख्य सरगना गिरफ्तार
खरगोन जिले के सनावद थाना क्षेत्र के ढकल गांव के 2 लोगों की मृत्यु जहरीली शराब से होने के मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना समेत 3 राज्यों के 8 लोगों को शराब बनाने की सामग्रियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है

खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के सनावद थाना क्षेत्र के ढकल गांव के 2 लोगों की मृत्यु जहरीली शराब से होने के मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना समेत 3 राज्यों के 8 लोगों को शराब बनाने की सामग्रियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
खरगोन के पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर नई दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट के समीप से संजय कुमार गुप्ता निवासी रोहिणी नई दिल्ली ,भीमराज निवासी सावनेर (जयपुर ,राजस्थान) और मनोज यादव निवासी घोंटवाड़ा, जयपुर राजस्थान को एक वाहन से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से विभिन्न ब्रांड की शराब के ढक्कन पर लगने वाली 30,000 सीलें भी जब्त हुई। उन्हें आज एक न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से एक आरोपी मनोज यादव का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि सनावद क्षेत्र के ढकलगांव निवासी 17 श्रद्धालु राजस्थान के खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए निकले थे। उन्होंने क्षेत्रीय लोगों से 6 शराब की बोतलें खरीदी थी, जिसके सेवन के चलते राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में दो लोगों की मृत्यु हो गई थी तथा 3 प्रभावित हो गए थे। इस घटनाक्रम में विक्रेता तथा श्रद्धालुओं के बीच मोबाइल की बातचीत का ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें विक्रेता ने शराब डुप्लीकेट होने का हवाला देते हुए इसका सेवन नहीं करने की सलाह दी थी।
इसके बाद गठित एसआईटी ने नकली शराब बनाने वाले खंडवा जिले के मांधाता थाने के मोरघडी निवासी शराब निर्माता कालका प्रसाद तथा उसके दो अन्य सहयोगियों सनावद निवासी रोहित प्रजापत और गौरव उर्फ लक्की को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनकी पूछताछ के आधार पर इंदौर के बलदेव कुशवाह, मूलनिवासी पिपरिया पाली जिला ललितपु तथा सन्तोष मूल निवासी देवरिया जिला उत्तरप्रदेश को भी सामग्रियों के साथ गिरफ्तार किया था।
उन्होंने बताया कि दिल्ली का व्यापारी संजय गुप्ता व मनोज यादव नकली शराब में उपयोग में आने वाले ढक्कन, सील, लेबल, होलोग्राम, कलर और एसेंस की राजस्थान, मध्यप्रदेश तथा अन्य राज्यों में दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर सप्लाई करते थे। नकली शराब में उपयोग होने वाली इन सामग्रियों को बनाने वाले लोगों का भी पता लगाया जा रहा है।शराब बनाने के लिए प्रयुक्त होने वाली स्प्रिट सप्लाई करने के गिरोह के बारे में भी पता चला है और इस मामले में कार्यवाही जारी है।


