महोबा: एम्स की स्थापना को लेकर बुंदेली समाज का अनशन समाप्त
एम्स की स्थापना की मांग को लेकर बुंदेली समाज द्वारा शुरू किए गए आमरण अनशन को कल रात जिला प्रशासन ने समाप्त करा दिया
महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) की स्थापना की मांग को लेकर बुंदेली समाज द्वारा शुरू किए गए आमरण अनशन को कल रात जिला प्रशासन ने समाप्त करा दिया हालांकि अनशनकारियों ने अस्पताल में ही अनशन जारी रखने की चेतावनी दी है।
पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने पांचो अनशनकारियो को अनशन स्थल से उठाकर जिला अस्पताल के सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती कराया है जहाँ उनका उपचार शुरू किया गया है।
पुलिस उप अधीक्षक जितेंद्र दुबे ने बताया कि आल्हा चौक में अनशन पर बैठे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर ओर उनके चार अन्य सहयोगियों भगवती प्रसाद,राम सहाय खेमकार,जसवंत सिंह और इकबाल हुसैन के खिलाफ कार्यवाही मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद की गई।
चिकित्सको ने कल शाम परीक्षण के बाद दी गयी अपनी रिपोर्ट में पांचो लोगो की हालत बेहद खराब होने की बात कही थी जिसके बाद उन्हें सघन चिकित्सा मुहैया कराने का फैसला लिया गया।
डाक्टरों के एक पेनल की देखरेख में अनशनकारियों का उपचार किया गया है। तरल भोज्य पदार्थ दिए जाने के बाद अब उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
गौरतलब है कि महोबा में एम्स के लिए बुंदेली समाज द्वारा चरण बद्ध तरीके से आंदोलन पिछले दो वर्षों से किया जा रहा है।
युवाओ, महिलाओ ओर बच्चो के साथ छेत्रीय नागरिको द्वारा इसमे बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी की जा रही है। महोबा के बाशिंदों की ओर से अपनी इस मांग के संदर्भ में अब तक विभिन्न भाषाओं में सवा लाख से अधिक पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे जा चुके है।


