महोबा: 3 दिवसीय कृषि मेला 25 मार्च से शुरू
उत्तर प्रदेश के सूखा प्रभावित बुंदेलखंड क्षेत्र में कृषि एवं कृषक सुधार के लिए जोन स्तर के एग्रो क्लाइमेटिक कार्यक्रम के तहत महोबा में तीन दिवसीय कृषि मेला का आयोजन किया जाएगा
महोबा। उत्तर प्रदेश के सूखा प्रभावित बुंदेलखंड क्षेत्र में कृषि एवं कृषक सुधार के लिए जोन स्तर के एग्रो क्लाइमेटिक कार्यक्रम के तहत महोबा में तीन दिवसीय कृषि मेला का आयोजन किया जाएगा।
कृषि उप निदेशक अरविन्द मोहन मिश्रा ने आज यहां बताया कि सूबे के कृषि निदेशालय के निर्देशन में आगामी 25 से 27 मार्च तक राजकीय पाेलीटेक्निक मैदान में आयोजित कृषि मेले में बुंदेलखंड के झांसी और चित्रकूट धाम मंडलो के सभी सात जिलों के हजारों किसान हिस्सा लेंगे।
किसानों को प्रशिक्षण और प्रदर्शन के माध्यम से देश के जाने माने कृषि वैज्ञानिकों द्वारा खेती की नवीनतम तकनीकी से अवगत कराया जाएगा। मिश्रा ने बताया कि सूखा प्रभावित क्षेत्र में किसानों को जल संचय और उसका सदुपयोग ,रासायनिक खादों के बढ़ते प्रयोग से होने वाले नुकसान और जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने,कम लागत में लाभदायक खेती और अन्ना पशुओं की समस्या के समाधान के बारे में जानकारी दी जायेगी ।
यह मेला किसानों के लिए ख़ास उपयोगी और महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने बताया कि केंद्रीय अनुसंधान संस्थान झांसी, चारागाह अनुसंधान संस्थान और कृषि विश्वविद्यालय के अनुभवी वैज्ञानिक मेले में गोष्ठियों के माध्यम से किसानों को नई-नई जानकारियां देंगे।
इस दौरान, कृषि उपकरण निर्माता प्रमुख कंपनियां अपने स्टाल लगाकर खेती में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों के नवीनतम संस्करणों का प्रदर्शन भी करेंगे। उप निदेशक ने बताया कि शासन की और से बुंदेलखंड में पहली बार आयोजित कराये जा रहे अपनी तरह के इस विशेष कृषि मेले में यहां के सभी जिलों झांसी, ललितपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर और महोबा के कृषि और बागवानी विभागों द्वारा भी अपने अलग-अलग स्टाल लगाए जाएंगे।


