महबूबा और उमर ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
अब्दुल्ला ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा, “अभियोजन पक्ष सर्वश्रेष्ठ सबूतों को मिटाता ताकि समझौता एक्सप्रेस बम धमाके के आरोपियों को छोड़ दिया जा सके

श्रीनगर। समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह के दावे को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
श्री अब्दुल्ला ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा, “अभियोजन पक्ष सर्वश्रेष्ठ सबूतों को मिटाता ताकि समझौता एक्सप्रेस बम धमाके के आरोपियों को छोड़ दिया जा सके। यह आज के ‘मोदी-इंडिया’ में कानून का शासन है!”
उधर, सुश्री महबूबा ने ट्विटर पर लिखा, “अगली बार हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान पर ‘निष्क्रियता’ और ‘दिखावे के जांच’ का आरोप लगाएंगे और पूछेंगे कि समझौता विस्फोट की जांच का क्या हुआ?”
उल्लेखनीय की पंजाब के पंचकूला स्थित एनआईए की विशेष अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने गत सप्ताह समझौता एक्सप्रेस बम धमाके के सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया था। उन्होंने अपने फैसले में कहा “मैं विश्वसनीय और स्वीकार्य सबूतों के अभाव में अधूरे रहने वाले एक नृशंस कृत्य की सुनवाई को गहरे दर्द और पीड़ा के साथ समाप्त कर रहा हूं। अभियोजन पक्ष के साक्ष्यों में अभाव रहा, जिसके चलते आतंकवाद का एक कृत्य अनसुलझा रह गया।”
न्यायाधीश सिंह का 160 पृष्ठ वाला आदेश गुरुवार को जारी हुआ जिसमें कहा है कि अभियोजन पक्ष द्वारा 'सबसे अच्छे सबूत' को 'रोक' दिया गया और उसे रिकॉर्ड पर नहीं लाया गया है।


