अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, जेठ निकला आरोपी
महासमुंद ! करीब डेढ़ महीने पहले होली के ठीक एक दिन बाद अछरीडीह गांव में मुर्गी दाना की बोरी में मिली युवती की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है।

चरित्र पर संदेह और अपमान से झुब्ध होकर घटना को दिया अंजाम
डेढ़ महीने पहले अछरीडीह के तालाब के पास बोरी में मिली थी महिला की लाश
महासमुंद ! करीब डेढ़ महीने पहले होली के ठीक एक दिन बाद अछरीडीह गांव में मुर्गी दाना की बोरी में मिली युवती की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। युवती की हत्या का आरोपी उसका जेठ ही निकला। मृतका के लिहाज नहीं करने पर बार-बार अपना अपमान होते देख गुस्से में आरोपी ने गला घोंटकर युवती को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस कंट्रोल रूम में मंगलवार की शाम एसडीओपी मोहन मोटवानी ने इस अंधे कत्ल का खुलासा किया। पत्रकारवार्ता में श्री मोटवानी ने बताया कि बीते 14 मार्च को अछरीडीह के तालाब के पास एबीस कंपनी की मुर्गी दाना की बोरी में करीब 29 साल की अज्ञात महिला की लाश मिली थी। शव के पोस्टमार्डम में महिला का गला घोंटकर हत्या करना पाया गया। इसके तीन दिन बाद महिला की शिनाख्ती रायपुर के पास ग्राम नकटी की गोदावरी साहू पति लीलाराम साहू के रूप में हुई। पश्चात तुगगांव पुलिस व क्राइम स्क्वाड की टीम पातासाजी में जुटी। घटनाक्रम का मिलान, मृतका की मौजूदगी और उसके गायब होने की परिस्थितियों पर बारीकी से विवेचना करने पर स्पष्ट हुआ कि जिस दिन से मृतका घर से गायब हुई उसी दिन से मृतका के जेठ जागेश्वर साहू पिता रिखीराम 41 वर्ष की मोटर साइकिल क्रमांक सीजी 04 केई 8537 भी गायब थी। साथ ही जागेश्वर मृतका के गायब होने के समय पर अपनी उपस्थिति के संबंध में गलत जानकारी दे रहा था। जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ करने पर जागेश्वर ने बताया कि वह मृतका के चरित्र पर संदेह करता था। जिसके कारण 3 साल पहले किसी बात पर मृतका के साथ उसका झगड़ा भी हुआ था। इसके बाद से मृतका जेठ का लिहाज नहीं करती थी। इससे वह अपने आपको अपमानित महसूस करता था। इसी बीच होली के दूसरे दिन मृतका गोदावरी घर की बाड़ी में नहा रही थी। तभी आरोपी जागेश्वर वहां पहुंचा और मृतका को अकेली पाकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया। जिससे मौक पर ही उसकी मौत हो गई। इस दौरान घर के बाकी सदस्य घर पर नहीं थे। वहीं मृतका का पति व ससुर ड्यूटी पर गए थे, जबकि आरोपी की पत्नी व बेटी पड़ोसी के घर गई थी। महिला की मौत के बाद आरोपी ने घर में रखी मुर्गी दाना की दो बोरी में लाश को भरकर ठिकाने लगाने खुद ही मोटर सायकल पर निकल गया। गांव के लोग उसे पहचान मत सके इसके लिए उसने सफेद रंग की हेलमेट पहन रखी थी। चंूकि आरोपी के रिश्तेदार अछोली में रहते थे इसलिए उसका आना-जाना लगा रहता था और वह इस क्षेत्र से वाकिफ था। यही वजह है कि उसने लाश को इसी क्षेत्र में ठिकाने लगाने की योजना बनाई और सूनसान पाकर अछरीडीह के तालाब के पास लाश को फेंककर चला गया। मामले में आरोपी को धारा 302, 201 के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आरोपी के पास से गला घोंटने में प्रयुक्त लायलोन की रस्सी, मोटर सायकल को पुलिस ने बरामद कर लिया है।


