दिल्ली ब्लास्ट पर भाई जगताप का बयान : बिहार चुनाव के दौरान घटना दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस नेता और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भाई जगताप ने दिल्ली ब्लास्ट पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के दौरान राजधानी दिल्ली में घटी ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है

कांग्रेस नेता बोले- चुनाव से पहले धमाका कई सवाल खड़े करता है
- भाई जगताप ने दिल्ली विस्फोट को बताया घरेलू आतंकवाद की गंभीर चुनौती
- दिल्ली धमाके पर कांग्रेस नेता की प्रतिक्रिया: सच्चाई जानना जनता का अधिकार
- बिहार चुनाव के बीच दिल्ली ब्लास्ट पर चिंता, भाई जगताप ने सरकार से जवाबदेही मांगी
मुंबई। कांग्रेस नेता और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भाई जगताप ने दिल्ली ब्लास्ट पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के दौरान राजधानी दिल्ली में घटी ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।
कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले दिल्ली के लाल किले के पास धमाका न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि कई तरह के सवाल भी उठाता है। चुनाव से पहले ऐसी घटनाएं सवाल उठाती हैं कि ये आतंकवादी कौन हैं। अगर सरकार मानती है कि वे आतंकवादी हैं, तो उसे पता लगाना चाहिए कि वे वास्तव में कौन हैं, चाहे वे स्थानीय हों या बाहरी आतंकवादी।
उन्होंने कहा कि चाहे वे किसी भी मूल के हों, आतंकवादी तो आतंकवादी ही होते हैं। ऐसा लगता है कि सरकार शक का बोझ दूसरों पर डाल रही है, जो संदिग्ध है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जिसमें आम शहरी मारे गए हैं। मृतकों और उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने दिल्ली विस्फोट के बाद एक्स पर जो लिखा था, उसको अनदेखा नहीं किया जा सकता। उन्होंने इशारा किया था कि घरेलू आतंकवाद को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर हो गया, जो आज तक चल रहा है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि हमला किसने किया। दुनिया में कहीं भी कोई आतंकवादी हमला होता है तो कोई न कोई आतंकी संगठन उसकी जिम्मेदारी लेता है, लेकिन हमारे देश में पिछले कुछ सालों से ऐसा चल रहा है कि हमलों की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता, इसलिए यह घरेलू आतंकवाद एक गंभीर विषय है, जो राष्ट्र के लिए काफी हानिकारक है।
भाई जगताप ने कहा कि कम से कम दिल्ली ब्लास्ट का तथ्य तो आम आदमी के सामने आना ही चाहिए। यह आतंकवादी हमला है। इसका निश्चय करने में भी कई दिन लगते हैं। यह काम तो पहले ही होना चाहिए, क्योंकि एनआईए, आईबी, और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों का काम यही है, फिर चीजें क्यों पता नहीं लग पातीं? यह आपकी ड्यूटी है कि यह आतंकवादी हमला किसने किया और किस मकसद से किया गया।
उन्होंने कहा कि अगर कोई आतंकवादी संगठन हमले की जिम्मेदारी नहीं लेता तो सरकार की ड्यूटी बनती है कि वह जवाबदेही ले। सच्चाई जानना देश की जनता का अधिकार है। आतंकवाद का कोई धर्म और जाति नहीं होती। इस देश में आज से पहले भी ऐसे बहुत सारे आतंकवादी पकड़े गए हैं, जिनमें सभी समुदायों के लोग थे। आतंकवाद तो आतंकवाद है।


