भाषा विवाद को लेकर आत्महत्या करने वाले छात्र के परिजनों से अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने की बात
महाराष्ट्र के कल्याण में भाषा विवाद को लेकर एक 19 साल के छात्र ने आत्महत्या कर ली है। अर्णव खैरे की आत्महत्या से हड़कंप मच गया है। महाराष्ट्र के दोनों उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने अर्णव के परिवार से फोन पर बातचीत की है

मुंबई। महाराष्ट्र के कल्याण में भाषा विवाद को लेकर एक 19 साल के छात्र ने आत्महत्या कर ली है। अर्णव खैरे की आत्महत्या से हड़कंप मच गया है। महाराष्ट्र के दोनों उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने अर्णव के परिवार से फोन पर बातचीत की है।
भाषा विवाद में 19 वर्षीय अर्णव खैरे की जान जाने के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और शिवसेना के प्रमुख नेता व उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अर्णव के परिवार से बात कर उन्हें सांत्वना दी है। एकनाथ शिंदे ने कल्याण में रहने वाले खैरे परिवार से वीडियो कॉल के माध्यम से बातचीत करते हुए आश्वासन दिया कि सरकार पूरी तरह उनके साथ खड़ी है और मामले में न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि घटना की तुरंत और निष्पक्ष जांच की जाएगी तथा किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
सीएम से बातचीत में अर्णव के पिता ने उपमुख्यमंत्री से कहा कि इसके पीछे जो भी लोग हैं, उन पर कार्रवाई जरूर की जानी चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने भी आश्वासन दिया है कि इस घटना में शामिल सभी लोगों पर कार्रवाई होगी, किसी को छोड़ेंगे नहीं। आरोप है कि लोकल ट्रेन में मराठी में बात नहीं करने पर कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की और उसे अपमानित किया। इससे वह तनाव में आ गया और जब घर लौटकर आया तो अपनी जान दे दी।
इससे पहले इंटरनेट पर्सनालिटी तहसीन पूनावाला ने कहा कि अर्णव को हिंदी में बातचीत करने की वजह से मारा गया। जरा सोचिए कि एक 19 साल के लड़के ने क्या झेला होगा और परिवार पर क्या बीत रही होगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाषा को लेकर जो माहौल बन रहा है वह खतरनाक है। इस माहौल के लिए राज ठाकरे और मनसे को जिम्मेदार बताया।
महाराष्ट्र में भाषा को लेकर विवाद काफी समय से चल रहा है। इसी साल जुलाई में मीरा रोड में मनसे के कार्यकर्ताओं द्वारा एक दुकानदार को मराठी ना बोलने पर पीटा गया था। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया था। तब इसकी जमकर निंदा हुई थी। पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई की थी और महाराष्ट्र के सीएम ने भी कहा था कि महाराष्ट्र में यह सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


