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अबू आजमी ने मोहन भागवत की मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात को सराहा

समाजवादी पार्टी के वरिष्‍ठ नेता और विधायक अबू आसिम आजमी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की सराहना की है

अबू आजमी ने मोहन भागवत की मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात को सराहा
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मुंबई। समाजवादी पार्टी के वरिष्‍ठ नेता और विधायक अबू आसिम आजमी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की सराहना की है।

अबू आसिम आजमी ने कहा कि मैं समझता हूं कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है और मुझे यह देखकर खुशी हुई कि इसके प्रमुख सभी धर्मों के नेताओं से मिल रहे हैं। वह यह भी कहते हैं कि इस देश में रहने वाला हर व्यक्ति भारत का नागरिक है। लेकिन, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या इसका मतलब यह है कि भाजपा इस विचारधारा से अलग है? अगर ऐसा है तो भाजपा के मंत्री अब भी यह क्यों कहते हैं कि यहां रहने के लिए मराठी में अजान करनी होगी?

उन्‍हाेंने कहा कि गाय के नाम पर मुसलमानों को मारा जा रहा है, मस्जिदों से लाउडस्‍पीकर हटाया जा रहा है। इन मुद्दों पर भाजपा के नेता और कार्यकर्ता खुलेआम परेशान कर रहे हैं। मोदी सरकार भागवत की बात नहीं सुनती है क्‍या? अगर मोहन भागवत सभी धर्मों के नेताओं की इज्‍जत करते हैं तो उनको भाजपा के उन नेताओं से बात करनी चाहिए और कहना चाहिए कि भाजपा नेता जो कर रहे हैं, वो नीति के खिलाफ है।

उन्होंने चुनाव आयोग के देशभर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर अभियान चलाने पर भी बयान दिया। उन्‍होंने कहा कि चुनाव आयोग पहले से ही शक के दायरे में है। बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग देश के अन्‍य राज्‍यों में भी काम करते हैं। अगर वे रोजगार के लिए कहीं गए हैं तो चुनाव आयोग उनका नाम मतदाता सूची से काट देगा, वे मतदाता जो भाजपा को वोट देने वाले नहीं हैं, उनके नाम सूची से हटा देगें, यह शक के दायरे में है। महाराष्ट्र जैसे कई राज्‍यों में हुआ है। इसका विरोध किया जाएगा। चुनाव आयोग ने आज तक ईमानदारी से काम नहीं किया है, इसलिए शक है कि बिहार में भाजपा को जिताने के लिए चुनाव आयोग किसी भी हद तक जा सकता है।


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