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महाराष्ट्र : पुणे के औंध में एमईडीए की नवीन ग्रीन बिल्डिंग का उद्घाटन, सौर ऊर्जा क्षेत्र में नए युग की शुरुआत

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को पुणे के औंध में महाराष्ट्र ऊर्जा विकास एजेंसी (एमईडीए) के नए प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया

महाराष्ट्र : पुणे के औंध में एमईडीए की नवीन ग्रीन बिल्डिंग का उद्घाटन, सौर ऊर्जा क्षेत्र में नए युग की शुरुआत
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मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को पुणे के औंध में महाराष्ट्र ऊर्जा विकास एजेंसी (एमईडीए) के नए प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया। यह इमारत इको-फ्रेंडली ग्रीन बिल्डिंग, सुपर ईसीबीसी और नेट जीरो अवधारणा पर आधारित है, जो स्वच्छ ऊर्जा और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

सीएम फडणवीस ने इस अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "पुणे के औंध में महाराष्ट्र ऊर्जा विकास एजेंसी (एमईडीए) के नए प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया - जो पर्यावरण अनुकूल (ग्रीन बिल्डिंग), सुपर ईसीबीसी और नेट जीरो अवधारणा पर आधारित है। यह ग्रीन बिल्डिंग के हर बेंचमार्क को पूरा करते हुए स्वच्छ ऊर्जा और डीकार्बोनाइजेशन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अनुकरणीय उपलब्धि के लिए एमईडीए टीम को बधाई दी। पिछले कुछ वर्षों में एमईडीए ने अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।"

उन्होंने लिखा, "महाराष्ट्र अब सौर ऊर्जा उत्पादन में देश का नेतृत्व करता है, खासकर वितरित बिजली मॉडल के माध्यम से। पीएम-कुसुम योजना के तहत, हमने पांच लाख सौर पंप लगाए हैं, जो देश के बाकी हिस्सों में स्थापित चार लाख से अधिक हैं। महाराष्ट्र ने एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है: दिसंबर 2026 तक सौर ऊर्जा के माध्यम से कृषि बिजली की 100 प्रतिशत मांग पूरी करना, जिससे लागत में उल्लेखनीय बचत होगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दो महत्वपूर्ण उद्देश्य तय किए हैं। पहला उद्देश्य सभी सरकारी कार्यालयों को सौर ऊर्जा से जोड़ना है। इसके पहले चरण में 100 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा प्रणाली से जोड़ा जाएगा। दूसरा उद्देश्य, प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना की तर्ज पर राज्य सरकार एक स्वतंत्र योजना तैयार करेगी। इस योजना के दूसरे चरण में 300 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा प्रणाली से जोड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार ने थोरियम आधारित बिजली उत्पादन के लिए रूसी सरकार की एक कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह देश के लिए एक बड़ा बदलाव होगा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2030 तक अक्षय स्रोतों से 50 प्रतिशत बिजली उत्पादन का राष्ट्रीय लक्ष्य रखा है। महाराष्ट्र निश्चित रूप से इसे पार करेगा और कम से कम 52 प्रतिशत हासिल करेगा।

इस अवसर पर महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलमताई गोरहे, महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष अन्ना बनसोडे, मंत्री अतुल सावे, सांसद श्रीरंग अप्पा बारने, सांसद डॉ. मेधाताई कुलकर्णी, विधायक उमा खापरे, विधायक भीमराव (अन्ना) तपकीर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


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