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महाराष्ट्र : भाजपा, शिवसेना में समझौता सप्ताहांत तक

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीट बंटवारे पर समझौता इस सप्ताह के अंत तक हो सकती है

महाराष्ट्र : भाजपा, शिवसेना में समझौता सप्ताहांत तक
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नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीट बंटवारे पर समझौता इस सप्ताह के अंत तक हो सकती है। मुंबई स्थित भाजपा के एक सूत्र ने बताया कि जहां शिवसेना, भाजपा के साथ बराबर सीट बांटना चाहती है और बची हुई सीटें गठबंधन की छोटी साझेदार पार्टियों में बांटना चाहती है, वहीं भाजपा ज्यादा सीटें चाहती है।

दोनों दल अभी तक सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला नहीं ले पाए हैं, लेकिन मोटे तौर पर आम सहमति के फार्मूले पर पहुंच गए हैं, जिससे वे इस सप्ताहांत तक सीट बंटवारे पर समझौता कर सकेंगे।

288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के पास 122 सीटें हैं, वहीं शिवसेना के पास 63 सीटें हैं। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे के ऐसे सूत्र पर समझौता चाहती है, जिसपर भाजपा के पास 122 सीटें बनी रहें और शिवसेना पर उसके हिस्से की 63 सीटें रहें। और शेष सीटों में से कुछ सीटें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) जैसे गठबंधन के छोटे दलों को देने के बाद आपस में बराबर बांट ली जाएं।

सूत्रों के मुताबिक, भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटील और राज्य के कैबिनेट मंत्री सुधीर मुनगंतीवार पहले ही शिवसेना नेतृत्व से मिल चुके हैं और उन्होंने अपना फॉर्मूला पेश किया है, जिसे उद्धव ठाकरे की पार्टी ने खारिज कर दिया था। इसके बाद उच्चस्तर पर वार्ता हुई, जिसमें एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री की भी प्रमुख भूमिका रही है।

सूत्रों ने कहा कि शिवसेना ने अपने लिए कम से कम 130 सीटें मांगी है, वहीं आरपीआई के प्रमुख रामदास आठाव्ले सिर्फ 10 सीटें चाहते हैं।

यह सर्वविदित है कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और शिवसेना में गठबंधन सिर्फ इसलिए देरी से हुआ था, क्योंकि शिवसेना महाराष्ट्र चुनाव में अस्थाई सीट बंटवारे के लिए भाजपा से आश्वासन चाहती थी।

दोनों पार्टियों ने इसके बाद आम चुनाव और विधानसभा चुनाव बराबर-बराबर सीटों पर लड़ने का फैसला किया था। लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा के 303 सीटें जीतने के बाद देशभर में राजनीतिक वास्तविकता बदल गई। यहां तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के एक अन्य सहयोगी नीतीश कुमार भी बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कठिन मोल-तोल कर पाने की स्थिति में खुद को नहीं पा रहे हैं।

इस बीच अमित शाह के हालिया बयान ने शिवसेना की स्थिति को कमजोर कर दिया है। उन्होंने कहा था, "कुछ हो या ना हो, महाराष्ट्र में भाजपा सत्ता में बहुमत से वापसी करेगी। राजग सरकार दो-तिहाई से ज्यादा सीटें जीतेगी।"

महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं और परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।


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