महाराष्ट्र : आठ महीनों में 580 किसानों ने की आत्महत्या
महाराष्ट्र के मराठवाडा क्षेत्र के आठ जिलों में पिछले एक सप्ताह में 34 किसानों ने आत्महत्या कर ली। मंडल आयुक्तालय से मिली रिपोर्ट के अनुसार एक जनवरी से 13 अगस्त तक कुल 580 किसानों ने आत्महत्या की है

औरंगाबाद। महाराष्ट्र के मराठवाडा क्षेत्र के आठ जिलों में पिछले एक सप्ताह में 34 किसानों ने आत्महत्या कर ली। मंडल आयुक्तालय से मिली रिपोर्ट के अनुसार एक जनवरी से 13 अगस्त तक कुल 580 किसानों ने आत्महत्या की है।
मराठवाडा क्षेत्र में पिछले 45 दिनों से बारिश नहीं हुयी जिसके कारण खरीफ की फसल नष्ट हो गयी जिसके कारण एक बार फिर किसान ऋण के बोझ से बाहर आने में विफल हो रहे हैं।
किसानों ने खेत में अच्छी उपज और उत्पाद के अच्छे कीमत के लिए खेती में कर्ज ले कर बुआई की थी लेकिन बारिश की कमी के कारण खेत में खड़ी फसल बर्बाद हो गयी।
बीड जिला पिछले कुछ सालों से सूखे की चपेट में है और पूरे राज्य में सबसे अधिक यहीं के किसान आत्महत्या कर रहे हैं। इस वर्ष अब तक बीड में 115 और हिंगोली में सबसे कम 33 किसानों ने आत्महत्या की है।
नांदेड जिला में 93, औरंगाबाद में 79, उस्माना बाद में 78, परभणी में 73, लातूर में 56 और जालना जिला में 53 किसानों ने आत्महत्या की है।
आत्महत्या के 580 मामलों में से 400 मामलों को क्षतिपूर्ति के योग्य पाया गया और उनके परिजनों को क्षतिपूर्ति दे दी गयी। हालांकि आत्महत्या के 100 मामलों को प्रबंधन ने क्षतिपूर्ति के योग्य नहीं पाया और 80 मामलों की जांच लंबित है।


