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महाराष्ट्र : बंगले में भांग की खेती करने वाले 2 जर्मन नागरिक गिरफ्तार

चौंकाने वाले घटनाक्रम में महाराष्ट्र पुलिस ने सतारा जिले के वाई शहर में एक निजी बंगले पर छापेमारी की, जहां दो जर्मन नागरिकों को बंगले में भांग की खेती करते पाया गया

महाराष्ट्र : बंगले में भांग की खेती करने वाले 2 जर्मन नागरिक गिरफ्तार
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सतारा (महाराष्ट्र)। चौंकाने वाले घटनाक्रम में महाराष्ट्र पुलिस ने सतारा जिले के वाई शहर में एक निजी बंगले पर छापेमारी की, जहां दो जर्मन नागरिकों को बंगले में भांग की खेती करते पाया गया।

एक स्थानीय नागरिक के स्वामित्व वाले इस बंगले में वाई शहर के शांत यशवंत नगर क्षेत्र में स्थित है। यह महाबलेश्वर-पंचगनी जैसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों के लगती एक शानदार जगह है, जो कि एक फिल्म शूटिंग स्थल भी है।

सतारा के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार बंसल ने कहा कि नंदनवन पार्क स्थित बंगले में संदिग्ध तरीके से रहने और घूमने वाले दो विदेशियों के बारे में जानकारी के बाद, एक पुलिस पार्टी ने मंगलवार को बंगले पर धावा बोला।

जब उन्होंने दोनों से पूछताछ करने का प्रयास किया, तो उन्होंने बड़े आवेश में आकर विरोधाभासी जवाब दिया, जिसके बाद वाई पुलिस टीम ने परिसर की तलाशी लेने का फैसला किया।

बंसल ने आईएएनएस को बताया, "पुलिस पार्टी बड़ी संख्या में लगभग आधा दर्जन कमरों के अंदर, छत पर और बाहर के क्षेत्र में बड़ी मात्रा में भांग (गांजा) की उगाई गई फसल देखकर हैरान रह गई। यह एक प्रकार से अवैध माल के लिए 'फार्महाउस' की तरह मिला।"

बंगले का हाल देखकर पुलिस दल ने बंसल और पुलिस उपाधीक्षक धीरज पाटिल को सूचित किया, जिन्होंने उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया और पूरी जांच शुरू की।

दोनों की पहचान सर्गिस विक्टर मान्का (31) और सेबेस्टियन स्टीन मुलर (25) के रूप में की गई है, जिन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 20 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

बंगले की गहन तलाशी लेने पर बैग में पैक लगभग 3 लाख रुपये मूल्य का लगभग 29 किलोग्राम घर पर उगाया गया बेचने के लिए तैयार 'गांजा' मिला। पुलिस ने इस खेप को जब्त कर लिया है।

पुलिस ने बंगले से अत्याधुनिक कृत्रिम प्रकाश उपकरण, एलईडी लाइट, लैपटॉप, मोबाइल आदि भी बरामद किए। छापे के दौरान उनमें से एक ने पुलिस के चंगुल से भागने का प्रयास भी किया, लेकिन वह पकड़ा गया।

बंसल ने कहा, "हम यह देखकर आश्चर्यचकित थे कि 'गांजा' को पूरे परिसर में आधुनिक तरीकों से इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके बारे में हम भी परिचित नहीं हैं। हमने अपनी सहायता के लिए पुणे से विशेषज्ञों को बुलाया है। वह दोनों वहां रहते थे और भांग उगाते थे।"

जांच में पता चला कि मान्का और मुलर दोनों हिस्ट्रीशीटर हैं, जिन्हें 2017 में गोवा के पेरनेम में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारी ने कहा कि बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट (गोवा पीठ) ने उन्हें इस शर्त के साथ जमानत दी थी कि वे केवल सतारा में रह सकते हैं।

हालांकि यह दोनों 18 महीने से अधिक समय से नंदनवन पार्क के बंगले में रह रहे थे। पुलिस फिलहाल उनकी प्रत्येक गतिविधि की बारीकी से जांच कर रही है।


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