शाम पांच बजे मुसाफिरों को लेकर जाएगी पहली मेंजेटा मेट्रो
कालका जी जाने वाली मेजेंटा लाइन मेट्रो प्लेटफार्म नंबर चार से चलने के लिए तैयार है

नोएडा। कालका जी जाने वाली मेजेंटा लाइन मेट्रो प्लेटफार्म नंबर चार से चलने के लिए तैयार है। यह पहला एनाउंसमेंट शुक्रवार को फुल ट्रायल के दौरान बोटेनिकल गार्डन पर किया गया। दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर चली मेट्रो 12 बजकर 42 मिनट पर अपने गंत्वय स्थान कालका जी पहुंच गई।
14 मिनट में मेट्रो ने 12.64 किलोमीटर की दूरी तय की। इस दौरान बोटेनिकल गार्डन को मिलाकर मेट्रो नौ स्टेशनों पर रुकी। यहा एक मिनट से लेकर दो मिनट का स्टॉप भी दिया गया। हालांकि मेट्रो की औपारिक शुरुआत 25 दिसम्बर को शाम पांच बजे होगी। पांच बजे पहली मेट्रो मुसाफिरों को लेकर कालका जी तक जाएगी।
मेंजेंटा लाइन 38.23 किलोमीटर लंबी यह बोटेनिकल गार्डन से जनकपुरी वेस्ट तक जाएगी। इसके पहले भाग का उद्घाटन 25 दिसमबर को प्रधानमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया जाएगा। इस रूट पर नोएडा से इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा जाने वाले मुसाफिर एयरपोर्ट लिंक तक जा सकेंगे। इसके अलावा फरीदाबाद व गुड़गाव जाने के लिए कालका जी और हौज खास पर ट्रेन बदल सकते है। 12.64 किलोमीटर रूट पर दो इंटरचेंज है।
जबकि एनसीआर में बाटेनिकल गार्डन पहला इंटरचेंज बन गया है। इंटरचेंज होने के बाद यहा प्रतिदिन करीब 97 हजार 780 मुसाफिर सफर करेंगे। वर्तमान में अभी 30 हजार मुसाफिर सफर कर रहे है। शुरुआत में 5 मिनट 14 सेकेंड की आवÞति के साथ मेट्रो का परिचालन किया जाएगा। पहले चरण में कुल 10 मेट्रो ट्रेन चलाई जाएंगी। सभी ट्रेने छह कोच की होंगी। दो ट्रेन स्टैंडबाई होंगी। जिसमे एक मेट्रो बोटेनिकल गार्डन व एक मेट्रो कालका जी मंदिर स्टेशन पर खड़ी रहेगी।
ब्लू लाइन की मेट्रो से कितना अलग है मेंजेंटा लाइन की मेट्रो
मेजेंटा लाइन की मेट्रो भी ब्लू लाइन की तुलना में काफी अलग है। सुरक्षा के लिहाज से प्रत्येक कोच में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। इसके अलावा प्रत्येक के कोच के बाहर दो सीसीटीवी कैमरे लगे है। इसके अलावा ट्रेन में तीन रंग की चेयर के साथ प्रत्येक कोच में 40 से 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। एलइडी स्क्रीन है।
जिसके जरिए आने वाले स्टेशन के बारे में जानकारी मिल सकेगी। प्रत्येक कोच के प्रत्येक गेट पर इमरजेंसी बटन लगाए गए है। ताकि जरूरत पड़ने पर सीधे चालक या गॉर्ड से बातचीत की जा सके। डीएमआरसी की यह पहली मेट्रो लाइन है जो स्टैंर्ड गेज पर आधारित है। यह ट्रेक ब्लू लाइन से अलग है। ब्लू लाइन ब्रार्ड गेज पर आधारित है। स्टैंर्ड गेज होने से मेट्रो के अंदर मुसाफिरों को अधिक स्थान मिलेगा। यानी इसकी क्षमता काफी ज्यादा होगी। प्रवक्ता के मुताबिक विश्व में अभी तक 3000 किलोमीटर के ट्रेक पर सीबीसीटी तकनीकी पर आधारित मेट्रो चल रही है।
सौर ऊर्जा से लेस है मेंजेटा लाइन के नौ मेट्रो स्टेशन
इन अनुभाग के नौ स्टेशनों को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल द्वारा प्लेटिनम के तौर पर प्रमाणित किया गया है। इनकी छत पर 908 किलोवाट के सौर सयंत्र लगाए गए है। प्रयोगिक परियोजना के तौर पर कालका जी मंदिर के मैजेंटा और वायलेट लाइन स्टेशनो ंके बीच एक संपर्क प्रदान करने वाले एफओबी पर 25 किलोवाट पीक क्षमता का एक सयंत्र लगाया गया। इसके अलावा कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन की छत पर 1077 किलोवाट पीक स्थापित किया गया है।
वहीं, जसौला एलिवेटड स्टेबलिंग लाइनों पर 1.5 मेगावाट पीक क्षमता का सौर सयंत्र लगाने की योजना भी है। यहा बनाई गई संरचना केवल सौर ऊर्जा के उपयोग के उद्देश्य से बनाई गई है। इसमे रूट शीट नहीं दी गई है। इसके स्थान पर सौर पैनल एक वर्चुल शेड की छत के समान है। इसके अलावा ऊर्जा के संरक्षण तथा कार्बन डाई आक्साइड की अधिक बचत, पानी की बचत, अपशिष्ट प्रबंध, ऊर्जा प्रबंधन और स्टेशन बाक्स के साइज में कमी लाने के लिए भेसन की डिजाइन में अनुकूल के विशेष प्रवधान के साथ बनाए गए है।
बोटेनिकल गार्डन बना एनसीआर का पहला इंटरचेंज
एनसीआर में बोटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन एनसीआर का पहला इंटरचेंज बन गया है। ब्लू लाइन को जोड़ने के लिए एलिवेटड प्लेटफार्म को तीन स्थानों से इंटरकनेक्ट किया गया है। वहीं, प्रथम तल पर दो स्थानों से इंटरकनेक्ट किया गया है। मेंजेंटा लाइन के प्लेटफार्म पर प्रवेश के लिए 12 प्रवेश द्वार बनाए गए है।
मुसाफिरों को बाहर जाने के लिए ब्लू लाइन के गेटों का प्रयोग करना होगा। यहा निकलने के लिए 12 एक्जिट गेट है। पूरा अनुभाग के कलर कोड के साइनेज से संजोया गया है। दोनों स्टेशनों को जोड़ने वाले कॉरिडोर पर पैदल चिन्ह बनाए गए है। यह ब्लू और मेंजेंटा रंग के है। ताकि मुसाफिरों को बेहतर रूप से सहीं प्लेटफार्म की जानकारी मिल सके। ऐसा माना जाए कि प्लेटफार्म से प्लेटफार्म को जोड़ा गया है और स्टेशन को स्टेशन से। मेंजेंट्रा लाइन पर टोकन लेने के लिए पांच टोकन वेडिंग मशीन लगाने के अलावा अलग से काउंटर बनाए गए है।
चित्रकारी से पहचाने जाएंगे स्टेशन
मेट्रो के फेज-3 सेक्शन में बोटेनिकल गार्डन, ओखला बर्ड सेंक्चुरी, जामिया मिलिया इस्लामिया, ईश्वर नगर, ओखला एनएसआईसी और कालका मंदिर स्टेशन चित्रकारी की गई है। इसके साथ ही स्टेशनों को पर्यावरण अनुकूल बनाया गया है। मसलन जैसे बोटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के ऊपर तितलियों को उकेरा गया है।
जो पास के गार्डन की वनस्पती को दर्शता है। जामिया मिलया इस्लामिया यहा स्टेशन के ऊपर किताबों की आकृति बनाई गई है। ओखला एनएसआईसी के आसपास लघु उद्योग है। लिहाजा यहा आर्ट वर्क विषय लघुउद्योग के रूप में बनाया गया है।
यमुना पर मेट्रो का तीसरा पुल बनकर तैयार
मेंजेंटा लाइन की मेट्रो के इस अनुभाग के लिए कालिंदी कुंज तक यमुना पर तीसरा मेट्रो पुल बनाया गया है। इसका काम पूरा किया जा चुका है। यह यमुना नदी पर बनाया गया दिल्ली मेट्रो का अब तक का पहला पुल है जो दिल्ली को नोएडा से सीधे तौर जोड़ता है। कालिंदी कुंज को पार करने के बाद ओखला बैराज के साथ यह पुल स्थित है।
इस पुल की लंबाई 574 मीटर है। पुल में 41 मीटर प्रत्येक लंबाई वाले 14 स्पैन और 15 पायर है। पुल में यमुना नदी पर मौजूदा ओखला पुल के नीचे लगभग 85 मीटर पर बनाया गया है। डीएमआरसी प्रवक्ता ने बताया कि पहले चरण में कालका जी मंदिर तक मेट्रो सेवा शुरू करने के बाद अप्रैल में 2018 में जनकपुरी वेस्ट तक मेट्रो का संचालन किया जाएगा। इससे लाखों मुसाफिरों को फायदा होगा। साथ ही उनके समय की बचत भी होगी।
इको फ्रेडली के साथ पर्यावरण अनुकूल है स्टेशन
रूट के सभी नौ मेट्रो स्टेशन इको फ्रेडली या पर्यावरण के अनुकूल बनाए गए है। स्टेशनों पर पानी की कम खपत के लिए फिक्स्चर जैसे ड्यूल फ्लाश कम बहाव वाले नल, पानी रहित पेशाब घर बनाए गए है। जल संरक्षण के लिए वर्षों जल संचयन के लिए पिट बनाया गया जहा वायाडक्ट पर बारिश का पानी ग्रहण किया जाता है।
इससे भूमिगत जल के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी स्टेशनों की छत पर बहुत ज्यादा परावर्ती सामग्री लगाई गई है। लैंड स्केप पौधों की प्रजातियां लगाई गई है। स्टेशनों में कब वीओसी वाले पेंट्स का प्रयोग किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम से पहले खरीदारों ने शुरू किया ट्विटर वॉर
सपनों का आशियाना नहीं मिलने से नाराज होम खरीदार ने 25 दिसम्बर को नोएडा में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से पहले ट्विटर वॉर शुरू कर दिया है। जिसके चलते बड़ी संख्या में खरीदार एकजुट होकर पीएम मोदी और सीएम योगी को ट्वीट कर रहे हैं। इन ट्वीट में बायर्स सरकार को घर दिलाने के वादे को याद दिला रहे हैं। वहीं कई खरीदार मोदी के कार्यक्रम में जुटकर विरोध प्रदर्शन करने की रणनीति भी बना रहे हैं। इसके लिए सुपरटेक, जेपी, आम्रपाली समेत कई बिल्डरों के खरीदार बैठक कर रहे हैं।
एकजुट होकर पीएम से मिलने की करेंगे कोशिश
जेपी ग्रुप के खरीदार देवेंद्र यादव ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में लाखों खरीदार ऐसे हैं जिन्हें सात-आठ साल हो जाने पर भी घर नहीं मिला। सरकार से लगातार हम लोगों ने बिल्डरों पर कार्रवाई कर हमारे घर दिलाने की मांग की। कई बार हम लोग प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलने गए लेकिन वह हम लोगों से नहीं मिले और अब जब वह नोएडा आ रहे हैं तो अब जेपी, सुपरटेक, आम्रपाली समेत कई बिल्डरों के खरीदार एकजुट होकर उनसे मिलने का प्रयास करेंगे और पूछेंगे की हमारे घर दिलाने के वादों का क्या हुआ।


