Top
Begin typing your search above and press return to search.

ब्राह्मण सभा के स्थापना दिवस पर पत्रिका विमोचन व प्रतिभा का हुआ सम्मान

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री डॉ. महेश शर्मा, एमएलसी श्रीचन्द शर्मा, पूर्व मंत्री सुनील बराला व अन्य अतिथि हुए शामिल

ब्राह्मण सभा के स्थापना दिवस पर पत्रिका विमोचन व प्रतिभा का हुआ सम्मान
X

ग्रेटर नोएडा। ब्राह्मण सभा उ.प्र. का स्थापना दिवस एवं वार्षिक पत्रिका ब्रह्म चेतना का विमोचन और प्रतिभा सम्मान समारोह धूमधाम के साथ एक रिसोर्ट में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश चंद्र शर्मा तथा एमएलसी श्रीचंद शर्मा एवं राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी एवं ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष सुरेश चंद्र पचौरी ने भगवान परशुराम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया।

foundation day of Brahmin Sabha.jpg

संचालन जीपी गोस्वामी ने किया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने वाले विप्रजनों एवं मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। सांसद डा महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों से समाज को नई ऊर्जा मिलती है तथा नकारात्मक शक्तियों का ह्रास होता है।

उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान एवं कार्यक्रमों के अवसर पर सनातन संस्कृति एवं संस्कारों की शिक्षा भी नई पीढ़ी को दी जानी चाहिए।

संस्कृति और संस्कारों से दूर-दूर तक उसका कोई वास्ता नहीं है। राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण समय है, अगर हिन्दू अभी नहीं जागे तो भविष्य में सनातन संस्कृति को बचाने के लिए सनातनियों को बड़ा संघर्ष करना पड़ेगा।

ब्राह्मण ने हमेशा त्याग और बलिदान किया है। ब्राह्मण कभी अत्याचार व पाप के सामने नहीं झुका है और न झुकेगा। सभी ब्राह्मण बंधुओं को अपनी इस नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा। तभी ब्राह्मण समाज में पूज्यनीय रहेगा। ब्राह्मणों के ऊपर सनातन धर्म के सभी वर्गों और अंगों को साथ लेकर राष्ट्र रक्षा की जिम्मेदारी है।

उन्होंने जातिगत आरक्षण को राष्ट्र की प्रगति में बाधक बना बताते हुए कहा कि आरक्षण व्यवस्था जाति आधारित नहीं बल्कि आर्थिक स्तर पर होनी चाहिए। इससे जातिवाद समाप्त होगा और सभी वर्गों के गरीब और कमजोर लोगों को समान अवसर मिल सकेंगे। अनंत विभूषित यदुनंदन सरस्वती महाराज ने कहा कि ब्राह्मणों को और शास्त्र के साथ शस्त्र विद्या में भी पारंगत होना पड़ेगा। कमजोर व्यक्ति का साथ कोई नहीं देता है। जब-जब राष्ट्र और धर्म पर आंच आई है। ब्राह्मण ने हमेशा शस्त्र हाथ में उठाए हैं।

वर्तमान संविधान के आधार पर आप कोई उम्मीद नहीं कर सकते। पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सुनील बराला ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने सदैव राष्ट्र को दिशा और दशा देने का कार्य किया है। ब्राह्मण सही अर्थों में राष्ट्र निर्माता है । ब्राह्मण समाज के युवकों को सदैव राष्ट्रहित में त्याग और तपस्या के लिए तैयार रहना चाहिए।

इस अवसर पर विनय चतुर्वेदी, राष्ट्रीय प्रवक्ता विष्णुकांत दीक्षित, उत्तर प्रदेश के महासचिव राकेश उपाध्याय, महेंद्र प्रकाश शर्मा ममता तिवारी, मुकेश शर्मा, डॉ राजीव भारद्वाज, कुलदीप शर्मा, दिनेश कुमार दिक्षित, वेद कुमारी शर्मा ,बृजेश कुमार शर्मा, सुमन मिश्रा, राकेश शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा, देवी शरण शर्मा ,शिवकुमार शर्मा, कुसुमलता, अनुराग शर्मा, गौरव उपाध्याय, अनुज कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it